नई दिल्ली: नई दिल्ली में चल रहे कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन का आज दूसरा और अंतिम दिन है। आज कांग्रेस के कई नेताओं ने मंच से कंग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अपनी बात रखी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि संप्रग सरकार सोनिया गांधी के दिशानिर्देशन की वजह से बहुत कुछ हासिल कर सकी। इसके अलावा मनमोहन सिंह ने कंद्र की भाजपा सरकार पर अर्थव्यवस्था को चौपट करने का भी आरोप लगाया। इससे पहले कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 'व्यक्ति केन्द्रित विदेश नीति' पर अमल करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि मौजूद सरकार बड़े देशों के साथ भारत के संबंधों को संभाल नहीं पाई है और इसमें दृष्टि तथा दिशा का अभाव है।
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इससे पहेल अधिवेशन के दौरान पार्टी ने आरोप लगाया कि मोदी की विदेश नीति को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में विदेश नीति पर पेश प्रस्ताव में पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और नरसिंह राव के कार्यकाल की विदेश नीति की जहां जमकर तारीफ की गयीं, वहीं वर्तमान मोदी सरकार की विदेश नीति को लेकर उनपर जमकर निशाना साधा गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की ओर से पेश प्रस्ताव में कहा गया, ''विदेश नीति सदा मजबूत राष्ट्रीय सहमति के साथ तालमेल बैठा कर चलती रही है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार ने इसे बाधित कर दिया और गलत सलाह पर आधारित उसके कदमों ने राष्ट्रीय सहमति को भंग किया है।"
कांग्रेस ने आरोप लगाया, "सरकार बड़े देशों के साथ के संबंधो को सही ढंग से नहीं संभाल पाई है। उसकी विदेश नीति को लेकर भ्रम की स्थिति है और इसमें दृष्टि और दिशा का अभाव है।'' प्रस्ताव में दावा किया गया है, ''प्रधानमंत्री ने व्यक्ति केन्द्रित विदेश नीति को आगे बढ़ाया है।'' प्रस्ताव पेश करते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि विदेश नीति 'इवेंट मैनजमेंट और फोटो ऑपर्चुनिटी' नहीं हो सकती। इसके लिए गम्भीरता की जरूरत होती है।