मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के कारोबारी राजेश आहलूवालिया के अपहरण और हत्याकांड का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार राजेश आहलूवालिया की पत्नी ने ही अपनी सहेली की मदद से इस वारदात की साजिश रची। पुलिस ने कारोबारी की पत्नी नीलान्जना, उसकी सहेली सलोनी उर्फ शबाना पत्नी फरमूद अली निवासी शालीमार सिटी, गाजियाबाद और भाड़े के हत्यारे राशिद पुत्र मोबीन निवासी खुर्जा(बुलन्दशहर) को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि राशिद का एक साथी साबिर पुत्र बफाती निवासी खुर्जा फरार है।
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एसएसपी अखिलेश कुमार ने पत्रकारों को बताया कि नीलान्जना ने अपनी सहेली के माध्यम से राशिद को 25 लाख रुपये में कारोबारी राजेश आहलूवालिया के अपहरण और हत्या की सुपारी दी थी। कुमार ने बताया कि डिफेंस कालोनी निवासी राजेश आहलूवालिया(50) 25 नवम्बर को अपनी कार से तीन-चार दिन बाद लौटने की बात कह कर घर से निकले थे। इसके बाद लापता हो गए। तीन दिसम्बर को उनके अपहरण का मुकदमा पुत्र सिद्धार्थ द्वारा गंगानगर थाने में दर्ज कराया गया था। इस दौरान उनकी कार बिजली बंबा बाईपास स्थित एक फार्म हाउस के बाहर खड़ी मिली थी।
एसएसपी के अनुसार कारोबारी के मोबाइल की कॉल डिटेल से घटना के दिन और इससे पहले व्हाट्असप पर सलोनी से चैटिंग और देर तक बातचीत का खुलासा हुआ। घटनास्थल पर लगे कैमरों के फुटेज में भी कार से एक महिला और एक पुरुष के उतरने की पुष्टि हुई। महिला की शिनाख्त सलोनी के रूप में हुई थी। पुलिस ने महिला को तलाश कर उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने घटना का खुलासा कर दिया,जिसके बाद पुलिस ने कारोबारी की पत्नी नीलान्जना और भाड़े के हत्यारे राशिद को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी ने गिरफ्तार अभियुक्तों से हुई पूछताछ के हवाले से बताया कि नीलान्जना अपने पति से काफी परेशान थी। बकौल नीलान्जना राजेश उसके साथ मारपीट करते थे। नीलान्जना के अनुसार कुछ अर्सा पहले उसके पति द्वारा मारपीट कर उसे और बच्चों को घर से निकाल दिया गया था। जिसके बाद नीलान्जना बच्चों के साथ दिल्ली के साकेत में किराये के मकान में रहने लगी थी। नीलान्जना के अनुसार पति बार-बार संपत्ति में से कुछ नहीं देने और तलाक देकर दूसरी शादी करने के धमकी देते थे। इसके बाद नीलान्जना ने सहेली सलोनी की मदद से पति की हत्या की योजना बनाई।
सलोनी ने राजेश आहलूवालिया से सम्पर्क बढ़ाया और 25 नवम्बर को उसे हापुड़ बुलाया। यहां से कार से राजेश आहलूवालिया खुर्जा गए,जहां पर राशिद और साबिर ने राजेश आहलूवालिया का गला काट कर हत्या कर दी और शव को खुर्जा के क्रियावली के जंगल ले जाकर फेंक दिया। योजना के मुताबिक कार को राशिद और सलोनी मेरठ के बिजली बम्बा बाईपास पर छोड़ कर चले गए। गिरफ्तार अभियुक्तों के अनुसार खुर्जा में कार इसलिए नही छोड़ी क्योंकि घटनास्थल क्षेत्र खुर्जा में कार छोड़ने से घटना का खुलासा हो जाता जबकि मेरठ में कार मिलने से शंका नही होती। पुलिस पूछताछ में राशिद ने सलोनी के माध्यम से नीलान्जना से बात होने और हत्या के लिए पच्चीस लाख रुपये के सौदे की बात कबूल की।