आगरा: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जाने की मांग को लेकर आगरा में धरना पर बैठीं नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर को शुक्रवार की शाम पांच बचे गंतव्य पर जाने की अनुमति दे दी गई। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रवि कुमार ने बताया, ‘‘पाटकर के साथ दिल्ली जाने के लिए पांच-छह वाहनों का काफिला था। उन्हें शुक्रवार शाम पांच बजे दिल्ली जाने की अनुमति दे दी गई।’’
अधिकारी ने बताया कि किसानों के आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली जा रहीं पाटकर को आगरा-धौलपुर सीमा पर रोका गया था, जिसके बाद उनके समर्थन में किसानों ने रास्ता जाम कर दिया। पाटकर को दिल्ली जाने की अनुमति मिलने के साथ ही उनके समर्थन में सड़क पर बैठे किसानों ने रास्ता खोल दिया है और वहां से हट गए हैं।
वहीं किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के समर्थन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सभी जिला/शहर इकाइयों और सभी जिला मुख्यालयों पर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने शनिवार को प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस पार्टी द्वारा शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अन्नदाता भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों से त्रस्त होकर सड़कों पर संघर्ष करने को विवश है।
लल्लू ने कहा कि किसानों की मांगों को मानने के बजाए भाजपा सरकारें लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारें डालकर उनका उत्पीड़न कर रही हैं, उनकी आवाज दबाना चाहती हैं।
लल्लू ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत दिल्ली पहुंचकर हाल ही में पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध एवं विशेषकर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर आन्दोलनरत किसान इस भीषण ठण्ड में सड़कों पर उतरने को विवश हुए हैं लेकिन किसान विरोधी सरकार अपने दमनात्मक रवैये पर अड़ी हुई है और उनकी मांगों को अनसुना कर रही है।