लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने श्रमिक दिवस के मौके पर शुक्रवार को कहा कि लॉकडाउन के कारण मजदूरों की रोजी-रोटी पर गहरा संकट छाया हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे में के और राज्यों की कल्याणकारी सरकार के रूप में भूमिका बहुत ही जरूरी है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘मजदूर तथा मेहनतकश वर्ग अन्तरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस को मई दिवस के रूप में हर वर्ष धूमधाम से मनाते हैं परन्तु वर्तमान कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण उनकी रोजी-रोटी पर अभूतपूर्व गहरा संकट छाया हुआ है। ऐसे में केंद्र तथा राज्यों की कल्याणकारी सरकार के रूप में भूमिका बहुत ही जरूरी है।’
सीएम योगी ने कहा- सबकी वापसी सुनिश्चित की जाएगी
बीएसपी सुप्रीमो ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘इसलिए केन्द्र और राज्य सरकारों से अपील है कि वे करोड़ों गरीब मजदूरों तथा मेहनतकश परिवार वालों के जीवनदायी हितों की रक्षा में सार्थक कदम उठाएं और उन बड़ी निजी कम्पनियों का भी संज्ञान लें जो केवल अपना मुनाफा बरकरार रखने के लिए कर्मचारियों के वेतन में मनमानी कटौती कर रही हैं।’ वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों में फंसे सूबे के श्रमिकों से धैर्य बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि जल्द ही उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाएगी।
‘सृष्टि की सभी आपदाएं आपके धैर्य के समक्ष नतमस्तक’
सीएम योगी ने शुक्रवार को किये एक ट्वीट में कहा, ‘मेरे प्रवासी कामगार/श्रमिक बहनों-भाइयों, सृष्टि की सभी आपदाएं आपके धैर्य के समक्ष नतमस्तक हुई हैं। आज पुनः कोरोना वायरस की हार आपके धैर्य पर निर्भर है। आप सभी से अपील है कि कतई व्यथित मत होइए। जहां हैं, वहीं रहिए। अति शीघ्र, आप सभी की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाएगी।' बता दें कि योगी ने गुरुवार को मजदूरों एवं कामगारों से कहा कि वे सब्र बनाए रखें और सरकार उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर रही है।