लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (BSP) नेता मायावती ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ एक बार फिर से पुराना रुख अपना लिया है। रविवार को कार्यकर्ताओं के साथ एक मीटिंग के दौरान मायावती ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने उनको ताज कॉरिडोर मामले में फंसाया था। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया और मुलायम सिंह यादव के लिए प्रचार करने के लिए गईं।
कार्यकर्ताओं के साठ मीटिमग में मायावती ने यहां तक कह दिया कि लोकसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन एक बड़ी भूल थी। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनावों में अखिलेश यादव अपना वोट ट्रांस्फर नहीं करा पाए जिस वजह से उनकी हार हुई। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद अखिलेश यादव ने उनको फोन तक नहीं किया। मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से दूरी बनाकर रखें क्योंकि इन दोनो पार्टियों ने उनको ताज कॉरिडोर में फंसाया था।
मायावती ने यह भी बताया कि लोकसभा चुनावों के दौरान उनकी पार्टी ने कम मुस्लिम उम्मीदवार क्यों उतारे थे। उन्होंने कहा कि ऐसा करने के लिए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था। रविवार को कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद आज मायावती ने एक और बड़ी घोषणा की है, उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भविष्य में होने वाले सभी चुनाव अकेले लड़ेगी।