लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। पंचायत अध्यक्ष चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए मायावती ने कहा कि बसपा ने इस समय प्रदेश में हो रहे ज़िला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को न लड़ने का निर्णय लिया है। मायावती ने अपनी प्रेस वार्ता में जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा को समर्थन की बात कही है।
मायावती ने आगे कहा कि बसपा के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वो इस चुनाव में अपना समय और ताकत लगाने की बजाय पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने और सर्व समाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने में लगाएं। इस बार उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बन सकेगी। जब यहां बसपा की सरकार बन जाएगी तो ज़िला पंचायत अध्यक्ष खुद ही बसपा में शामिल हो जाएंगे।
आइए अब आपको बतातें हैं कि जिस भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ ओवैसी ने गठबंधन की बात कही है- उसमें कौन कौन शामिल हैं।
भारतीय संकल्प मोर्चा में करीब आठ छोटे दल शामिल हैं। इन्होंने मिलकर भारतीय संकल्प मोर्चा बनाया है। इसमें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, जन अधिकार पार्टी, अपना दल कमेरावादी, राष्ट्र उदय पार्टी, जनता क्रांति पार्टी, भारत माता पार्टी, भारतीय वंचित समाज पार्टी भी इसमें शामिल हैं। आपको बता दें कि इस मोर्चे में कई ऐसी पार्टियां भी हैं जिन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए ओवैसी के साथ हाथ मिलाया है। ओपी राजभर की पार्टी भी उनमें एक है, लेकिन मायावती ने साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी।