लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अलकायदा के आतंकवादियों की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आतंकवादियों की गिरफ्तारी को विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए बयान दिया है। मायावती ने सवाल उठाए हुए कहा है कि विधानसभा चुनाव के करीब आने पर इस तरह की कार्रवाई लोगों के मन में संदेह पैदा करती है। हालांकि मायावती ने यह भी कहा है कि आतंकवादी होने को लेकर पुलिस का दावा अगर सही है तो उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
अपने ट्वीट संदेश में मायावती ने कहा, "यूपी पुलिस का लखनऊ में आतंकी साजिश का भण्डाफोड़ करने व इस मामले में गिरफ्तार दो लोगों के तार अलकायदा से जुड़े होने का दावा अगर सही है तो यह गंभीर मामला है और उचित कार्रवाई होनी चाहिए वरना इसकी आड़ में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए जिसकी आशंका व्यक्त की जा रही है। यूपी विधानसभा आमचुनाव के करीब आने पर ही इस प्रकार की कार्रवाई लोगों के मन में संदेह पैदा करती है। अगर इस कार्रवाई के पीछे सच्चाई है तो पुलिस इतने दिनों तक क्यों बेखबर रही? यह वह सवाल है जो लोग पूछ रहे हैं। अतः सरकार ऐसी कोई कार्रवाई न करे जिससे जनता में बेचैनी और बढ़े।"
यूपी में गिरफ्तार अलकायदा आतंकियों को कोर्ट में किया गया पेश
लखनऊ से अल कायदा आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद आज कोर्ट में पेश किया गया। इन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद अयोध्या सहित कई धार्मिक शहरों में चौकसी बढ़ा दी गई है। इन शहरों के सभी एंट्री प्वाइंट्स पर चेकिंग हो रही है। आने-जाने वाली गाड़ियों की कड़ाई से जांच की जा रही है। कैमरों के जरिए भी इन शहरों पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा LIU और IB के अफसर भी एक्टिव हो गए हैं।
लखनऊ से हुई दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद आज भी ATS की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। पश्चिमी यूपी और कानपुर में छापेमारी चल रही है। ATS अल कायदा आतंकियों के मददगारों की तलाश में जुटी है। लखनऊ से गिरफ्तार किए गए आतंकियों के नाम मिनहाज अहमद (उम्र 32 साल) और मसीरुद्दीन (उम्र 50 साल) हैं। इनकी गिरफ्तीर के बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं।
लखनऊ में गिरफ्तार किए गए आतंकी आगामी 15 अगस्त से पहले कई शहरों को धमाकों से दहलाने की साजिश रच रहे थे। ये आतंकी फिदायीन हमलों का प्लान भी बना रहे थे। ये टेरर प्लान पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर बनाया जा रहा था लेकिन यूपी एटीएस ने समय रहते इस साजिश को नाकाम कर दिया। गिरफ्तार किए गए अल कायदा आतंकियों के टारगेट पर यूपी के बड़े शहर और नेता थे। अल कायदा आतंकियों की गिरफ्तारी पर यूपी के ACS होम अवनीश अवस्थी ने कहा कि आतंकियों का मकसद दहशत फैलाना था। अभी 2 गिरफ्तार हुए हैं लेकिन उनके साथियों की तलाश में छापेमारी लगातार जारी है।
ATS की जांच में हुए ये खुलासे
ये मॉड्यूल पाकिस्तानी हैंडलर उमर हलमंडी के इशारे पर काम कर रहा था। इस मॉड्यूल से जुड़े आतंकी 15 अगस्त से पहले यूपी के शहरों में धमाके की साजिश रच रहे थे। ये लोग मानव बम से आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश थी। हमले के लिए बडी तादाद में हथियार, बम-बारूद जमा किए गए थे। आतंकी मिनहाज के घर से IED और पिस्टल बरामद हुई है तो आतंकी मसीरुद्दीन के घर से भी भारी मात्रा में विस्फोटक मिले हैं। ATS की टीम दोनों आतंकियों से पूछताछ में जुटी है।
दूसरे आतंकियों की तलाश में कई जगह छापेमारी जारी
गिरफ्तार आतंकियों ने अपने कुछ साथियों के फरार होने की बात भी कबूली है, ऐसे में दूसरे आतंकियों की तलाश में कई जगह छापेमारी चल रही है। पूछताछ में पता चला कि लखनऊ में पकड़े गए आतंकी अपने पाकिस्तानी हैंडलर से टेलीग्राम के जरिए कॉटैक्ट में थे। अल-क़ायदा और अंसार गजवातुल हिंद ने 3 लेयर वाला टेरर प्लान तैयार किया था। पहला प्लान लखनऊ के बड़े बाजार में ब्लास्ट का था, दूसरा प्लान यूपी के धार्मिक शहरों में धमाके का था और तीसरा प्लान यूपी के बड़े नेताओं की हत्या का था। अल-क़ायदा ने लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, मेरठ, बरेली और अयोध्या में धमाके का प्लान बनाया था।