लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य में कोरोना केयर केंद्रों में साफ सफाई को लेकर सवाल उठाए हैं और कहा है कि कहीं ये कोविड केयर सेंटर ही बीमारी के नए केंद्र ने बन जाएं। मायावती ने राज्य सरकार से कोरोना केयर सेंटरों में साफ साफाई को लेकर ध्यान रखने को कहा है। मायावती ने इसके अलावा बाहर के राज्यों से उत्तर प्रदेश लौटे प्रवासी श्रमिकों की खराब होती आर्थिक हालत का भी जिक्र किया।
अपने ट्वीट संदेश में मायावती ने कहा, “कोरोना महामारी व उस कारण लाॅकडाउन की मार से पीड़ित काफी बदहाल यूपी में अपने घर वापस लौटे लाखों प्रवासी श्रमिक परिवारों की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब बने रहने के कारण अब वे फिर से रोजी-रोटी के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हो रहे हैं, यह अति-गंभीर व चिन्ता की बात है।”
मायावती ने अगले ट्वीट संदेश में कहा, “साथ ही, कोरोना बीमारी से रोकथाम के लिए यूपी में बनाये गये सरकारी कोविड केन्द्रों में से अधिकतर वहाँ पर उचित साफ-सफाई व रख-रखाव आदि के अभाव के कारण कहीं वे बीमारी के नए केन्द्र न बन जायें, सरकार इस पर भी गंभीरता से ध्यान दे तो यह बेहतर होगा।”
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण अब तेजी से फैल रहा है, मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और गुरुवार को भी राज्य में 2083 नए केस आए हैं। राज्य में अबतक कोरोना वायरस के कुल 43 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में कोरोना से 26675 लोग ठीक भी हुए हैं, लेकिन 1046 लोगों की जान भी गई है। राज्य में फिलहाल कोरोना वायरस के कुल 15720 एक्टिव मामले हैं।