लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि सूबे में कानून व्यवस्था बदतर हो गयी है और दलितों के खिलाफ लगातार हो रहा अत्याचार और अन्याय चिंता की बात है। मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ''उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में वैसे तो सर्वसमाज के लोग हर प्रकार की जुल्म-ज्यादती से पीड़ित हैं किन्तु दलितों के उपर अन्याय-अत्याचार की लगातार हो रही घटनायें अति-चिन्ता की बात है। रायबरेली में पुलिस बर्बता में दलित युवक की मौत तथा आगरा में तीन दलितों की हत्या आदि अति-दुःखद व अति-निन्दनीय।''
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''उत्तर प्रदेश की इन ताजा घटनाओं के सम्बंध में सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी धाराओं में त्वरित कार्रवाई करने के साथ ही खासतौर से कमजोर वर्गों के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह मांग है। राज्य में आए दिन ऐसी दर्दनाक घटनायें यहां जंगलराज होने को ही साबित करती हैं।'' गौरतलब है कि आगरा में सोमवार को रामवीर, उनकी पत्नी मीरा और 23 साल के बेटे बब्लू का शव मिला था। मायावती ने ट्वीट कर इसी घटना का जिक्र किया है।
आगरा की घटना के बारे में पुलिस ने बताया था कि तीनों अपने घर में टेप से बंधे थे और मुंह को पालीथीन से बंद किया गया था। गैस सिलंडर का पाइप लीक कर रहा था कि जिससे घर में आग लग गयी थी। आगरा के पुलिस महानिरीक्षक सतीश गनेश ने बताया कि इस घटना में तीन लोग शामिल थे उनका मकसद लूट था। उन्होंने बताया कि सोमवार रात दो आरोपी सुभाष और वकील को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके पास लूट का सामान बरामद हुआ है जबकि एक आरोपी अब भी फरार है।
रायबरेली में लालगंज पुलिस स्टेशन में बाइक चोरी के आरोपी मोनू उर्फ मोहित (19) की पुलिस हिरासत में मौत हो गयी थी। मायावती के ट्वीट का जवाब देते हुये रायबरेली पुलिस ने भी ट्वीट किया कि प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये लालगंज के थानाध्यक्ष और दो उप निरीक्षकों को निलंबित कर दिया गया है तथा मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दे दिये गये हैं।