लखनऊ. उत्तर प्रदेश में रविवार शाम योगी मंत्रिमंडल विस्तार किया गया। योगी आदित्यनाथ की सरकार में 7 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में ये कैबिनेट विस्तार चुनावों की घोषणा से कुछ समय पहले ही हुआ है। ऐसे में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भाजपा पर तंज कसा है।
मायावती ने सोमवार सुबह ट्वीट कर कहा, "बीजेपी ने कल यूपी में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे तब तक यहाँ चुनाव आचार संहिता लागू हो जायेगी।"
बसपा प्रमुख ने अगले ट्वीट में कहा, " इनके समाज के विकास व उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान भाजपा सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं बल्कि इनके हितों में बीएसपी की रही सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे, उन्हें भी अधिकांश बन्द कर दिया गया है। इनके इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गां को सावधान रहने की सलाह।"
मंत्रिमंडल विस्तार से नहीं होगा भाजपा का भला- सपा
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर आशुतोष वर्मा ने कहा कि चार महीने पहले हुए पंचायत चुनाव में झटका लगने के बाद भाजपा को समझ आ गया है कि वह जनता से कितनी दूर हो गई है और हताशा में वह जातिगत समीकरण साध कर इस दूरी को पाटने की कोशिश कर रही है। मगर इससे उसका कोई भला नहीं होगा।उन्होंने कहा, "भाजपा ने पिछले साढ़े चार साल में प्रदेश में दलितों और पिछड़ों के साथ जमकर अन्याय किया। जब विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने में महज ढाई-तीन महीने रह गए हैं, तब भाजपा मुखौटे मंत्रियों के जरिए अपनी नैया पार लगाने की जुगत भिड़ा रही है। इतने कम समय में यह मंत्री क्या काम करेंगे। इन्हें तो अपने विभाग का बजट भी नहीं मिल पाएगा।"