लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गहरी साजिश के तहत धर्मांतरण के खेल में गिरफ्तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मौलाना कलीम सिद्दीकी की पुलिस रिमांड विशेष कोर्ट ने मंजूर कर ली है। 10 दिनों की रिमांड अवधि शुक्रवार (24 सितंबर) सुबह 10 बजे से शुरू होगी। यूपी एटीएस अब कलीम सिद्दीकी से धर्मांतरण की साजिश के राज उगलवाएगी। इसके लिए जांच एजेंसी ने एक टीम का गठन किया है।
इस्लामी विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) की एक टीम ने गिरफ्तार किया है। यूपी ATS ने कोर्ट से मौलाना कलीम की रिमांड को ज़रूरी बताया। ATS के मुताबिक, मौलाना कलीम के पास से जो मोबाइल फोन और 7 देशी और विदेशी सिमकार्ड बरामद किए हैं उनके बारे में जानकारी करनी है। ATS को अभी मौलाना कलीम के एक बैंक खाते के बारे में पता चला है जिसमें 3 करोड़ रुपये विदेश से आए बाकी बैंक खातों के बारे में पता करना है। मौलाना को मेरठ, मुज़फ्फरनगर, दिल्ली और दूसरी जगहों पर ले जाना है जिसमें मुकदमे से जुड़े डाक्यूमेंट्स बरामद किए जा सकें। मौलाना कलीम के ट्रस्ट जमीयत-ए-इमाम-वलीउल्ला ट्रस्ट के डाक्यूमेंट्स बरामद करने हैं।
उत्तर प्रदेश में गहरी साजिश के तहत धर्मांतरण के खेल में गिरफ्तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मौलाना कलीम सिद्दीकी की पुलिस रिमांड विशेष कोर्ट ने मंजूर कर ली है। 10 दिनों की रिमांड अवधि शुक्रवार (24 सितंबर) सुबह 10 बजे से शुरू होगी। यूपी एटीएस अब कलीम सिद्दीकी से धर्मांतरण की साजिश के राज उगलवाएगी। इसके लिए जांच एजेंसी ने एक टीम का गठन किया है।
एटीएस के महानिरीक्षक (आईजी) डॉ.जी. के गोस्वामी ने बताया कि मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी बुधवार रात को की गई थी। हालांकि, एटीएस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) ने गिरफ्तारी का कारण बताने से इनकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी धर्मांतरण के मामले में मेरठ से की गई है। कलीम की गतिविधियां संदिग्ध होने का शक जताया गया था।
गौरतलब है कि, मौलाना कलीम सिद्दीकी (64 वर्ष) मंगलवार शाम 7 बजे अन्य साथी मौलानाओं के साथ मेरठ के लिसाड़ीगेट में हूमायुंनगर की मस्जिद माशाउल्लाह के इमाम शारिक के आवास पर एक कार्यक्रम में आए थे। करीब रात नौ बजे इशा की नमाज के बाद वह अपने साथियों के साथ कार में फुलत के लिए निकले थे। इस दौरान परिजन ने उन्हें फोन किया लेकिन मोबाइल बंद मिला। परिजन ने जानकारी मेरठ में इमाम शारिक को दी। परिवार और परिचितों ने मौलाना की तलाश शुरू की, लेकिन जानकारी नहीं मिली। इसके बाद लोगों की भीड़ लिसाड़ीगेट थाने पर जुट गई। देर रात तक हंगामा चलता रहा। कुछ समय बाद जानकारी मिली की मौलाना को एटीएस ने हिरासत में ले लिया है। संदिग्ध गतिविधि के चलते सिद्दीकी सुरक्षा एजेंसी के निशाने पर थे। मौलाना के मेरठ आने की जानकारी एजेंसी को पहले से थी। उन पर कई धर्मांतरण कराने के आरोप हैं।