मथुरा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा एक दिन पूर्व आगरा दौरे के समय दिये गये कथित बयान पर मथुरा-वृन्दावन के पण्डा समाज ने रंगजी मंदिर के समीप उनका पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया।
गत रविवार को आगरा में विभिन्न प्रकार के कार्यों का निरीक्षण एवं समीक्षा पर निकले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के पण्डा एवं आगरा की छीनाझपटी को पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण अड़चन मानते हुए इन्हें समाप्त किए जाने की बात कही थी।
प्रदर्शनकारियों के नेतृत्वकर्ता ताराचंद गोस्वामी ने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कहकर पूरे ब्राह्मण समाज का अपमान किया है। इसलिए जब तक वे अपना बयान वापस नहीं लेंगे, उनका विरोध इसी प्रकार जारी रहेगा। उन्होंने कहा, यदि मुख्यमंत्री इस प्रकार पण्डा प्रथा समाप्त किए जाने संबंधी कोई शासनादेश जारी करते हैं तो इससे मथुरा के करीब दो लाख ब्राह्मणों के समक्ष आजीविका का संकट खड़ा हो जाएगा।
उन्होंने कहा, ब्राह्मण समाज की एक बहुत बड़ी आबादी सैकड़ों वर्षों से पुरोहिताई के माध्यम से ही अपने परिवार का भरणपोषण करती आई है। मुख्यमंत्री यदि पण्डागिरी समाप्त करना चाहते हैं तो पहले उनके रोजगार का बंदोबस्त करें, फिर कुछ उल्टा कार्रवाई की सोचें।
गोस्वामी ने कहा, मुख्यमंत्री इलाहाबाद व वाराणसी भी गए थे। लेकिन उन्होंने वहां पर ऐसा कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा, हो सकता है कि मुख्यमंत्री का आशय कुछ और रहा हो, वे कुछ और कहना चाहते हों। किंतु इस प्रकार पूरे समाज को सीधे-सीधे दोषी ठहराना समाज का अपमान है।