मथुरा. उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में कोरोना वायरस संक्रमण बहुत बढ़ जाने पर जिला प्रशासन ने रविवार से रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है और मंदिरों के भी दर्शन समय में बदलाव कर दिया गया है। वृन्दावन के बांके बिहारी के दर्शन के लिए अब ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। इसके अलावा मंदिर में एक समय में सिर्फ पांच श्रद्धालुओं को ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी। यह व्यवस्था सोमवार से प्रभावी कर दी गई है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर के सभी मंदिर रात में आठ बजे ही बंद कर दिए जाएंगे। इसी तरह जिले के अन्य मंदिरों के दर्शन समय में भी बदलाव कर दिया गया है।
जिले में पिछले एक सप्ताह से कोविड-19 के मामले लगातार तेजी से बढ़ते को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने रात में नौ बजे से सुबह छह बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया।
बांकेबिहारी मंदिर प्रशासन के प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा ने बताया, "सोमवार से ऑनलाइन पंजीकरण कराकर आने वाले श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश मिल पाएगा। अब कोई भी व्यक्ति बगैर रजिस्ट्रेशन के मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। इसके साथ ही एक साथ सिर्फ पांच श्रद्धालु ही मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। इसमें भी उन्हें मास्क की अनिवार्यता बरतनी होगी। भक्तों से यह भी अपील की गई है कि 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग और 10 साल छोटे बच्चों को मंदिर लाने से बचें। इस व्यवस्था के तहत प्रत्येक दिन करीब दो हजार भक्त ही दर्शन कर सकेंगे।"
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया, अब मंदिर के पट शाम आठ बजे बंद कर दिए जाएंगे। पहले दर्शन नौ बजे तक हुआ करते थे। इसी प्रकार ठा. द्वारिकाधीश मंदिर प्रबंधन भी मंदिर की व्यवस्थाओं में बदलाव करने जा रहा है। मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट के अनुसार रात्रि कर्फ्यू नौ से प्रात: छह बजे तक का समय दिया गया है। मंदिर प्रबंधन मंदिर के गोस्वामी जी से विचार-विमर्श कर दर्शन के समय में परिवर्तन करने के लिए विचार कर रहा है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण जनपद में रात्रिकर्फ्यू लगने के कारण गोवर्धन में गिरिराज महाराज की सप्तकोसीय परिक्रमा एवं मंदिर रात्रि नौ बजे से प्रातः छह बजे तक बंद रहेंगे। मथुरा में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। बीते 24 घंटे में मरीजों की मौत हो गई एवं 171 और लोग संक्रमित पाये गये। इस प्रकार जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर जहां 7873 हो गई है, जबकि उपचाररत मरीज 735 हैं। मरने वालों की संख्या 119 है।