हमीरपुर (उत्तर प्रदेश)। कोरोना वायरस के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण प्रशासन से शादी की इजाजत न मिलने के बाद 23 साल के एक युवक ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी दुल्हन को ब्याहने अकेले साईकिल से ही उसके घर पहुंच गया। पौथिया गांव के कल्कू प्रजापति की शादी 25 अप्रैल को निर्धारित थी और वह प्रशासन से अंतिम समय तक इजाजत का इंतजार करता रहा लेकिन जब इजाजत नहीं मिली तो उसने अकेले साईकिल से महोबा जिले के पुनिया गांव में अपनी दुल्हन के घर जाने का फैसला कर लिया।
दसवीं कक्षा पास किसान कल्कू ने पीटीआई भाषा को फोन पर बताया 'हमें स्थानीय पुलिस से शादी करने की इजाजत नहीं मिली। तब हमने अकेले ही साईकिल से वहां पहुंचने का फैसला कर लिया। लड़की के घरवालों ने शादी के कार्ड छपवा लिये थे और शादी की सारी तैयारियां कर चुके थे।' उन्होंने बताया 'मेरे पास मोटरसाइकिल है लेकिन ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। इसलिये सुबह सुबह हम जीन्स टी शर्ट पहन कर मुंह पर कपड़ा बांध कर रवाना हो गये। शादी गांव के मंदिर में हुई।' शादी के बाद जो फोटो आयी उसमें दूल्हा दुल्हन चेहरे को पूरी तरह से ढके नजर आएं। शादी की कुछ आवश्यक रस्में ही अदा की गयीं।
अब यह नवविवाहित जोड़ा लॉकडाउन हटने का इंतजार कर रहा है ताकि बाकी कार्यक्रम कर गांवा वालों को एक शानदान दावत दी जा सके। शादी के बाद कल्कू अपनी पत्नी को साईकिल पर बिठा कर गांव वापस आये। कल्कू ने बताया 'मुझे लौटने में साइकिल चलाने में परेशानी तो हो रही थी लेकिन शादी की खुशी में किसी तरह घर पहुंच गया। मेरे पैरों में बहुत दर्द था जिसे दूर करने के लिये मुझे दर्द की दवा लेनी पड़ी।' उनसे पूछा गया कि उन्होंने लॉकडाउन हटने का इंतजार क्यों नही किया तो कल्कू ने बताया कि हमारे घर में मां की तबियत खराब थी और वह खाना नहीं बना सकती थीं । इसके अलावा यह भी नहीं मालूम था कि यह लॉकडाउन कब तक चलेगा। कल्कू के पिता छोटे लाल प्रजापति ने बताया कि शादी चार से पांच माह पहले ही तय हो चुकी थी । लड़की के परिवार वाले शादी करने को कह रहे थे इसलिये कल्कू चला गया शादी करने ।