लखनऊ (उप्र): राजधानी लखनऊ में महामारी के बीच ऑक्सिजन सिलेंडर की कालाबाजारी और मनमाने पैसे वसूलने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रही है, जिसके चलते लखनऊ पुलिस भी मामले को गंभीरता से लेते हुए ऑक्सिजन सिलिंडर की कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसने की पुरजोर कोशिश करती हुई नजर आ रही है। लखनऊ में आक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को ज्यादा किराए पर देने वाले शख्स को गिरफ्तार किया गया है। सुभाष नाम का ये शख्स ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का हफ्ते में 30 से 40 हजार रुपये किराया वसूलता और ऑक्सीजन सिलेंडर 30 से 35 हजार में बेच देता था। पुलिस के मुताबिक अभी तक उसने 30 आक्सीजन कंसंट्रेटर किराए पर दिए है।
वहीं, एक और मामले में यूपी के बरेली शहर में कोविड-19 से पीड़ित व्यक्ति के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने के बदले में 40 हजार रुपये मांगने के आरोपी व्यापारी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। औषधि निरीक्षक उर्मिला वर्मा ने सोमवार को बताया कि शनिवार शाम को सोशल मीडिया पर एक ऑडियो चल रहा था जिसमें कॉल करने वाला शख्स कारोबारी पारस गुप्ता से घर में पृथक-वास में रह रहे एक मरीज के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने की बात कह रहा है। इस पर गुप्ता ने एक सिलेंडर के बदलने उससे 40 हजार रुपये मांगे।
वर्मा ने बताया कि इस ऑडियो के आधार पर उन्होंने इसे ऑक्सीजन की कालाबाजारी मानते हुए मुकदमा प्रेम नगर थाने में दर्ज कराया है। प्रेम नगर थाना अध्यक्ष अवनीश कुमार ने बताया कि पारस गुप्ता के खिलाफ रविवार रात को धोखाधड़ी और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। साक्ष्य मिलने पर कारोबारी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत भी कार्रवाई हो सकती है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे पर उन्हें पत्र देकर कोविड-19 पीड़ित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर तथा औषधियों को मनमाने दाम पर बेचे जाने की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी।