लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के मामले में नंबर वन पर है। राज्य के भीतर यहां सबसे ज्यादा कोरोना वायरस की जांच हो रही है। 1 अप्रैल 2021 से 12 अप्रैल 2021 तक लखनऊ में जांचों की संख्या दोगुनी हो गई। यहां 1 अप्रैल को 14,090 कोरोना टेस्ट किए गए जबकि 12 अप्रैल को 29,492 कोरोना टेस्ट हुए।
सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मिले
हालांकि, कोरोना जांच ज्यादा होने के साथ ही राज्य के भीतर सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव भी लखनऊ में ही मिल रहे हैं। मंगलवार को राज्य सरकार द्वारा आंकड़ों के अनुसार, राजधानी लखनऊ में 5382 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद प्रयागराज में 1856, कानपुर में 1271 और वाराणसी में 1404 केस मिले हैं।
बिना अनुमति कोई मेडिकल कर्मी अवकाश नहीं लेगा
लखनऊ में कोरोना ड्यूटी से बचने के लिए मेडिकल स्टाफ द्वारा अवकाश लेने के मामले सामने आए पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने आदेश जारी किया है कि कोरोना ड्यूटी के दौरान छुट्टी लेने वाले चिकित्सकों और मेडिकल कर्मियों को अवकाश लेने से पहले सक्षम स्तर से अनुमति लेनी होगी। बिना अनुमति अवकाश लेने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यूपी में 18 हजार से ज्यादा केस
वहीं, पूरे राज्य की बात करें तो प्रदेश में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 18,021 मामले सामने आए हैं। यह अब तक 24 घंटो में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा मामले हैं। उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन ने बताया कि प्रदेश में डिस्चार्ज लोगों की संख्या 3,474 है। सक्रिय मामलों की संख्या 95,980 है। संक्रमण से अब तक 9,309 लोगों की मृत्यु हुई है।
राज्य में कुल 3,71,73,548 टेस्ट हुए
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अब तक प्रदेश में कुल 3,71,73,548 सैंपल की जांच की जा चुकी है। कल 12 अप्रैल को टीका दिवस के दिन 5,08,000 से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया था। अब तक 80,18,671 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ दी गई है। 13,44,110 लोग अपनी दूसरी डोज़ भी ले चुके हैं।