नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में एसपी और बीएसपी के गठबंधन के बाद अब आज राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे। दोनों के बीच आज करीब एक घंटे तक मुलाकात चली। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में आरएलडी को दी जाने वाली सीटों के फॉर्मूले पर बात हुई। आरएलडी ने पांच सीटों की डिमांड की है जबकि मायावती ने सहयोगियों के लिए दो सीट छोड़ी है। ऐसे में खबर ये है कि जयंत चौधरी और अखिलेश की मुलाकात में तीन सीटों पर बात बन गई है। एसपी अपने कोटे की एक सीट आरएलडी को दे सकती है। इसके अलावा बुलंदशहर, अमरोहा या हाथरस में किसी एक सीट पर एसपी के टिकट पर आरएलडी का उम्मीदवार लड़ सकता है।
अखिलेश और जयंत की ये दूसरी मुलाकात थी। मायावती और अखिलेश ऐलान कर चुके हैं कि वो यूपी की 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। 2 सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी हैं और 2 ही सीट अब बची हैं। इन्ही 2 सीटों से जयंत का रास्ता खुलता है। दरअसल आरएलडी इस गठबंधन का हिस्सा बनना चाहती है लेकिन अजीत सिंह को मायावती केवल 2 सीट देना चाहती है जबकि जयंत चौधरी RLD के लिए 5 सीट मांग रहे हैं।
खबरों के मुताबिक जयंत चौधरी ने अखिलेश यादव से कहा है कि अगर उनको कम से कम चार सीटें नहीं मिलीं तो इलेक्शन कमीशन में उनकी पार्टी की मान्यता को खतरा हो सकता है इसलिए अब बीच का फार्मूला निकाला गया है। इस फॉर्मूले के मुतबिक बागपत, मुजफ्फरनगर और मथुरा आरएलडी को मिलेगी।
आरएलडी को 1 सीट समाजवादी पार्टी अपने कोटे से देगी। इस सीट पर उम्मीदवार समाजवादी पार्टी का ही होगा। बुलंदशहर, हाथरस या अमरोहा में से कोई एक सीट पर आरएलडी के चुनाव चिन्ह पर एसपी उम्मीदवार लड़ेगा। आपसी सीटें अभी भले ही तय न हुई हों लेकिन आरएलडी के नेता दावा कर रहे हैं कि मोदी को हराने के लिए वो किसी भी कीमत पर गठबंधन करने के लिए तैयार हैं।