बांदा/महोबा। बांदा जिले के नरैनी क्षेत्र के सात गांवों में बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में आए टिड्डी दल ने करीब सौ बीघा में बोई सब्जी की फसल बरबाद कर दी और फिर टिड्डी दल मध्य प्रदेश के जंगलों की ओर चला गया। बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिले के जंगलों से अचानक बड़ी तादाद में आए टिड्डी दल ने बांदा जिले की नरैनी तहसील के करतल, बिल्हरका, महाराजपुर, मानपुर, पुकारी, रगौली और बाबूपुर गांवों में धावा बोलकर हरे-भरे बगीचों को बरबाद कर दिया और केन व बागै नदी की रेत व खेतों में करीब सौ बीघा क्षेत्र में बोई की सब्जी की फसल भी बेकार कर दी और जंगलों में चला गया। यहां के किसानों के लिए टिड्डियों का खतरा टला नहीं है।
बोड़ा पुरवा के रहने वाले पप्पू निषाद ने शुक्रवार को बताया, "टिड्डियों का दल मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिले के जंगलों से निकलकर बृहस्पतिवार को सुबह करीब नौ बजे यहां मंडराने लगा था। किसानों ने शोर मचाकर टिड्डियों को भगाने की कोशिश की, लेकिन एक घण्टे के भीतर हरे-भरे बगीचे और नदी के किनारे एक किलोमीटर के दायरे में रेत में सौ बीघा में बोई सब्जी की फसल चट कर पुनः मध्य प्रदेश को जंगलों की ओर चला गया।" इसी गांव के किसान भोला सिंह ने बताया, "टिड्डी दल के आने की सूचना अधिकारियों को दी गयी थी, लेकिन कोई कर्मचारी रसायन छिड़काव करने तक नहीं आया।"
वहीं, जिले के कृषि अधिकारी डॉ.प्रमोद कुमार ने कहा, "नरैनी क्षेत्र के किसानों ने टिड्डी दल के आने की सूचना विभाग को नहीं दी थी। प्रशासन के पास टिड्डियों से निपटने की पूरी तैयारी है।" नरैनी क्षेत्र की उपजिलाधिकारी (एसडीएम) वन्दिता श्रीवास्तव ने बताया, "टिड्डी दल के आने और करीब एक घण्टे बाद वापस होने की सूचना देर से मिली है, पर सब्जी की फसलों के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।" उन्होंने कहा, "कुछ बगीचों को नुकसान पहुंचाने के बाद टिड्डी दल पुनः मध्य प्रदेश के जंगलों की ओर चला गया है।" एसडीएम ने कहा, "टिड्डी दल से निपटने के लिए स्थानीय कृषि विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।"
उधर, कृषि विभाग के उपनिदेशक जी.राम ने बताया, "तीन दिन से महोबा जिले में डेरा जमाए टिड्डी दल ने बृहस्पतिवार को ही भगारी, बछेछरकला, नगाराडांग, मगरौल और सलैया गांव में धावा बोला था, लेकिन किसानों के शोर मचाने पर खेतों में नहीं उतर पाया और सिर्फ पेड़ों को नुकसान पहुंचाकर वापस चला गया।" उन्होंने बताया, "टिड्डी दल की सूचना पर वन विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों ने रसायन का छिड़काव कर लाखों की तादाद में टिड्डियों को मारा भी है।"
डॉ.कुमार ने कहा, "इस समय टिड्डी दल जिले से सटे मध्य प्रदेश के जंगलों में है, जो कभी भी फिर हमला कर सकता है।" गौरतलब है कि एक सप्ताह पूर्व टिड्डी दल ने चित्रकूट जिले की सीमा से बांदा जिले के ओरन क्षेत्र के मझीवां सानी और वैदन पुरवा में धावा बोला था। तब सतर्क कृषि विभाग के अधिकारियों ने रसायन का छिड़काव कर लाखों की तादाद में टिड्डियों को मार भी दिया था। यह टिड्डी दल का दूसरा हमला है।