वाराणसी: कोरोना महामारी से बचने के लिए भले ही सरकार लोगों से मास्क के बदले गमछा और रुमाल बांधने की अपील कर चुकी हो लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे है जो इस भयानक महामारी को हल्के में ले रहे है। कुछ ऐसा ही नजारा आज वाराणसी में देखने को मिला। यहां लॉकडाउन चेकिंग के दौरान रोके जाने पर मनीष उपाध्याय नाम का कांग्रेसी नेता दरोगा से झगड़ पड़ा। दरोगा ने जब उससे मास्क नहीं लगाने, मुंह को नहीं ढकने को लेकर सवाल किया तो वह दरोगा से बहस करने लगा। इतना ही नहीं नेताजी ने हेलमेट भी नहीं लगा रखा था।
पहले तो दरोगा और नेता के बीच बहस होने लगी। धीरे-धीरे दोनों की आवाज तेज हो गई। कांग्रेसी नेता मनीष उपाध्याय ने दरोगा से कहा आप एसएसपी नही है मेरे घर मे कई IAS और IPS हैं। इस पर दरोगा ने कहा कि आप देश से बढ़ कर नही हैं। इसपर नेता जी का कि आप उँगली मत दिखाइए मैं अपराधी नही हूँ। मास्क न लगना अपराध नही है। कांग्रेसी नेता ने चिल्ला कर कहा कि कौन सी धारा लगाओगे चिल्लाओ मत।
दरोगा ने हेमलेट न लगाने पर गाड़ी का चालान करते हुए 2 हजार का जुर्माना लगाया और सेंक्शन 11 डिजैस्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। बिन मास्क घर से बाहर नहीं निकलना है। मास्क की जगह रूमाल, गमछा या कोई अन्य कपड़ा लपेट सकते हैं।