लखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली-एनसीआर से पलायन कर रहे लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए सभी संभव प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, योगी लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए शुक्रवार की रात व्यवस्था करने में लगे रहे। दरअसल कोविड-19 के प्रकोप से देशभर में किए गए लॉकडाउन के बाद दिल्ली-एनसीआर से दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले हजारों लोग अपने गृह नगर की ओर कूच करने लगे हैं।
इनमें सबसे अधिक लोग उत्तर प्रदेश व बिहार के विभिन्न जिलों से हैं। लोग कोई साधन मिलने की उम्मीद छोड़कर पैदल ही अपने गंतव्य के लिए निकलने लगे हैं। ऐसे काफी लोग हापुड़, बुलंदशहर और अलीगढ़ तक पहुंच भी चुके हैं। इनमें से अधिकांश के पास न तो पर्याप्त रुपये ही हैं और न ही खाने-पीने का सामान। जिन पड़ोसी राज्यों की तरक्की में इन लोगों ने खून-पसीना बहाया, वो भी संकट की इस घड़ी में काम नहीं आए।
ऐसे में इन लोगों की एक ही इच्छा है कि वह किसी तरह अपने घर-गांव पहुंच जाएं। ऐसे विपरीत समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इनकी सुध ली है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी ने रातों-रात परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह उत्तर प्रदेश और बिहार के जो भी लोग हैं, उनके लिए जरूरी बसों का बंदोबस्त कर उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाएं।
साथ ही उन्होंने नोएडा, गाजियाबाद और पास के जिला प्रशासन को सबके लिए खाने-पीने और बच्चों के लिए दूध आदि की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। निर्देश देने के बाद भी वह पूरी रात इस व्यवस्था की निगरानी करते रहे। उनके निर्देश पर रातों-रात परिवहन विभाग के चालकों और कंडक्टरों के मोबाइल फोन की घंटिया बजने लगीं। उनसे कहा गया कि वे बसें लेकर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़ और हापुड़ पहुंचें। देर रात इन जिलों में सैकड़ों बसें अपने काम में लग गईं।