नई दिल्ली: कोविड-19 से जंग लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स पुलिसवालों को जगह जगह मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भुजपुरा इलाके में बाजार बंद कराने गई पुलिस पर भीड़ ने पथराव किया है। इस पत्थरबाजी में एक पुलिसवाला घायल हो गया, उसके सिर में चोट लगी है। आज सुबह दस बजे पुलिसवाले बाजार बंद कराने गए थे, इस बीच पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी होने लगी।
दरअसल अलीगढ़ में जरूरत का सामान खरीदने के लिए सुबह 6 बजे से 10 बजे तक लॉकडाउन में छूट दी जाती है जिससे पब्लिक सामान खरीद सके। आज दस बजते ही जैसे ही पुलिसवाले बाजार बंद कराने पहुंचे उनके ऊपर छतों से गलियों से जबरदस्त पत्थरबाजी होने लगी। बाद में मौके पर काफी संख्या में पुलिसवाले पहुंचे और पत्थरबाजों की तलाश करने लगे।
इस बीच जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के 47 चिकित्सा कर्मचारियों को पृथक-वास में भेजा गया है जिनमें आठ डॉक्टर शामिल है। ये लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये एक मरीज के संपर्क में आए थे जिसके बाद इन लोगों को पृथक किया गया। अस्पताल के मुख्य अधीक्षक प्रो. शाहिद सिद्दीकी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण मामले के बारे में जानकारी सोमवार को मिली और मरीज को वेंटीलेटर पर रखा गया है।
मेडिकल कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर अंजुम को कथित लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। उन्हें भी उनके परिवार सहित पृथक किया गया है। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि अस्पताल से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है कि कोरोना विशेष पृथक सुविधा केन्द्र होने के बावजूद मरीज आपात वार्ड में कैसे आया।
उन्होंने बताया कि अस्पताल से यह भी पूछा गया है कि इस प्रकरण की जानकारी तत्काल जिला प्रशासन को क्यों नहीं दी गई। जिलाधिकारी ने बताया कि मरीज की एक्सरे रिपोर्ट के बारे में जिला प्रशासन को सूचना नहीं देने के लिए एक निजी डायग्नोस्टिक केन्द्र का लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है।