बिजनौर. उत्तर प्रदेश के वन विभाग के अधिकारियों ने बिजनौर और आस-पास के जिलों में रहने वाले किसानों से कहा है कि वे खेतों में जाते समय ढोल पीटें, हेलमेट पहनें और अपने साथ कुत्ते को ले जाएं। यह सलाह तेंदुए के हमलों से बचाने के लिए दी गई है। गन्ने की कटाई का मौसम शुरू होने से पहले बड़ी संख्या में किसान खेतों में काम करेंगे, ऐसे में उनके लिए तेंदुए और बाघ से खतरा हो सकता है। पिछले साल बाघ-तेंदुए के हमलों में 6 लोगों की जान चली गई थी। वहीं हाल ही में हमलों की घटनाएं हुई हैं लेकिन किसी की मौत नहीं हुई है।
वन अधिकारियों ने अमनगढ़ टाइगर रिसर्व के आसपास के क्षेत्रों में इंसान और जानवर के बीच संघर्ष को कम करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम को तेज कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में राशन की दुकानों के बाहर ऐसे हमलों से बचने के उपाय बताने वाले पोस्टर लगाए हैं। वन विभाग की टीमें किसानों के साथ बैठकें कर रही हैं।
बिजनौर के प्रभागीय वन अधिकारी एम.सेमरमन ने कहा, "गन्ने के खेतों के आसपास बाघ-तेंदुए होते हैं, क्योंकि वे उन्हें अभयारण्य जैसा माहौल देते हैं। हम किसानों को जागरूक कर रहे हैं कि वे खेतों में जाते समय हेलमेट और गर्दन पर पैड पहनें, ड्रम बजाएं या खेतों में काम करने के दौरान मोबाइल या रेडियो पर तेज संगीत बजाकर शोर मचाएं।"