लखीमपुर खीरी: लखीमपुर हिंसा मामले में कोर्ट ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत चारों आरोपियों की 2 दिन की पुलिस रिमांड पर मंजूरी दे दी है जिसके बाद आज शाम 5:00 बजे से 24 तारीख शाम 5:00 बजे तक चारों आरोपी पुलिस रिमांड में रहेंगे। मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' के पुत्र हैं। विशेष अभियोजन अधिकारी (एसपीओ) एस. पी. यादव ने बताया, ‘‘जांचकर्ताओं ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) चिंता राम की अदालत में अर्जी देकर आशीष मिश्रा उर्फ मोनू, अंकित दास, शेखर भारती और लतीफ को पुलिस रिमांड में भेजने का अनुरोध किया था।’’
यादव ने कहा, ‘‘अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने चारों आरोपियों को 24 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड में भेजने की अर्जी स्वीकार कर ली है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस रिमांड की अवधि 22 अक्टूबर शाम 5 बजे से शुरू होगी और 24 अक्टूबर शाम पांच बजे समाप्त होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अदालत ने जांच में हस्तक्षेप किए बिना आरोपियों के वकील को उपस्थित होने की अनुमति देने का आदेश दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अदालत ने आरोपियों की मेडिकल जांच के भी निर्देश दिए हैं।’’ अदालत ने इससे पहले बृहस्पतिवार को चार अन्य आरोपियों-सुमित जायसवाल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी उर्फ सत्यम, नंदन सिंह बिष्ट और शिशुपाल को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया था। इन सभी आरोपियों की पुलिस रिमांड 24 अक्टूबर की शाम को खत्म हो जाएगी। इस मामले में आरोपी अंकित दास पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अखिलेश दास का भतीजा है जिसको पिछले दिनों हिरासत में पुलिस लखनऊ लेकर आई और उसके घर से रिवाल्वर और बंदूक बरामद की थी।
इससे पहले भी अदालत ने आशीष मिश्रा समेत आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेजा था। यादव ने तब बताया था कि अदालत (मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी) में आशीष मिश्रा को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने की अर्जी दी गई थी जिस पर सुनवाई के बाद अदालत ने 12 से 15 अक्टूबर तक उन्हें हिरासत में भेजने की स्वीकृति दी। गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को जिले के तिकुनिया इलाके में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष तथा 15-20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
आशीष को पिछली नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अब तक 10 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इस घटना में कथित तौर पर भीड़ में लोगों के ऊपर एसयूवी (थार जीप) चढ़ा देने से जहां चार किसानों की मौत हो गई थी। उसके बाद भड़की हिंसा में दो भाजपा समर्थकों, एक एसयूवी चालक और एक पत्रकार की भी मौत हो गई। भाजपा समर्थक सुमित जायसवाल की शिकायत पर पहली प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उसी थाने में दूसरी प्रति-प्राथमिकी दर्ज कराई गई। सुमित को बाद में गिरफ्तार भी कर लिया गया।