नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को अब 8 सितंबर के लिए टाल दिया है। मंगलवार को इस मामले में हुई सुनवाई के दौरान सरकार की तरफ से कहा गया है कि अधिकतर गवाहों के बयान होना अभी बाकी हैं। कोर्ट ने सरकार से सभी गवाहों को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए कहा है और सुनवाई को 8 नवंबर के लिए टाल दिया है। सरकार की तरफ से इस मामले में वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे पेश हुए हैं। 3 अक्तूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान 4 किसानों सहित 8 लोगों की मौत हो गई थी।
लखीमपुर की घटना को लेकर बाद में उत्तर प्रदेश की राजनीती गरमा गई थी, कई विपक्षी दलों के नेता लखीमपुर खीरी जाकर किसानों के साथ मुलाकात करना चाहते थे लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अनुमति नहीं दी थी। लखीमपुर जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पहले हिरासत में लिया गया था लेकिन बाद में छोड़ दिया गया था। इस मामले में संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता भी लखीमपुर खीरी पहुंच गए थे। इस केस की जांच कर रही एसआइटी के साथ ही लखीमपुर खीरी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब तक दो दर्जन से अधिक प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज करने के साथ ही इस केस के मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा मोनू सहित 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।