प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ 2019 का आगाज हो गया है। प्रयागराज कुंभ में मंगलवार को मकर संक्रांति पर पहला शाही स्नान शुरू हुआ। शाही स्नान के लिए सबसे पहले संगम तट पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिवार्णी का जुलूस पहुंचा। अखाड़े के देव भगवान कपिल देव तथा नागा संन्यासियों ने अखाड़े की अगुवाई की। पंचायती अखाड़ा महानिवार्णी ने सबसे पहले डुबकी लगाई। परंपरा के मुताबिक सबसे पहले अखाड़े के भालादेव ने स्नान किया। उसके बाद नागा साधुओं ने फिर आचार्य महामंडलेश्वर और साधु-संतों ने स्नान किया।
श्री पंचायती अखाड़ा महानिवार्णी के बाद अटल अखाड़े के संतों ने शाही स्नान किया। दोनों अखाड़ों का स्नान पूरा हो चुका है और अब अन्य अखाड़ों के साधु-संत स्नान करने के लिए संगम तट पर पहुंच रहे हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी आज संगम में डुबकी लगाई। आज करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है। कुंभ में 6 शाही स्नान हैं जो 55 दिनों तक चलेगा। इस दौरान करीब 15 करोड़ लोग संगम में आस्था की डुबकी लगाते हुए पुण्य कमाएंगे। प्रयागराज कुंभ का आयोजन 3,200 हेक्टेअर से अधिक भूमि पर हो रहा है, और पूरे क्षेत्र को 9 जोन और 20 सेक्टरों में बांटा गया है।
इस बड़े आयोजन के लिए प्रदेश सरकार ने सुरक्षा में भी किसी तरह की कोताही नहीं बरती है। यहां 20 हजार से अधिक पुलिसकर्मी, 6 हजार होमगार्ड, 40 थाने, 58 चौकियां, 40 दमकल स्टेशन, केंद्रीय बलों की 80 कंपनियां और पीएसी की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। किसी आतंकी गतिविधि से निपटने के लिए आतंकवाद रोधी स्क्वॉड के कमांडो, बम निरोधक दस्ता ओर खुफिया एजेंसियों को भी मुस्तैद किया गया है। वहीं, यहां एक आधुनिक एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर बनाया गया है जो 1200 सीसीटीवी के जरिए कुंभ मेले पर 24 घंटे नजर रखेगा।