इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश के प्रयाग में होने वाले कुंभ 2019 को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों मिलकर पूरी ताकत झोंके हुए हैं जिससे कुंभ की भव्यता के साथ पर्यटकों की सहूलियत का ध्यान रखा जा सके। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस बार कई नई तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है जिससे पर्यटकों की सुविधा के साथ ब्राडिंग भी हो सके। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ऐतिहासिक कुंभ मेले को भव्य और दिव्य बनाने के कटिबद्ध है तथा इसकी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर 15 जनवरी से कुंभ लगेगा।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन किया है और बीते डेढ साल में कुंभ से जुड़ी 671 कल्याणकारी योजनाओं को पूरा किया गया है। इनमें से अधिकांश परियोजनाएं स्थायी विकास की हैं। राज्य सरकार ने कुंभ मेले 2019 की विभिन्न परियोजनाओं के लिए 2800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। कुल 4300 करोड़ रूपये इस मेले व प्रयागराज के स्थायी विकास पर खर्च किए जा रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि यह अपनी तरह का अब तक का सबसे अनूठा कुंभ होगा। पूरी दुनिया इसमें भागीदारी कर रही है और 71 देशों के राजदूत इसकी तैयारियां देख चुके हैं और अपने-अपने राष्ट्रध्वज त्रिवेणी संगम पर लगाए हैं। राज्य सरकार मेला क्षेत्र में एक नया नगर बना रही है जिसमें 250 किलोमीटर लंबी सड़कें व 22 पीपे के पुल होंगे।
पांच घाटों से क्रूज की सवारी कर मेला क्षेत्र में आ सकेंगे श्रद्धालु
भीड़ से बचकर कुम्भ मेला क्षेत्र में आने के लिए यमुना नदी में पांच घाटों पर टर्मिनल बनाए गए हैं जहां से लोग क्रूज की सवारी कर सीधे मेला क्षेत्र में आ सकेंगे। यह जानकारी बुधवार को गंगा राष्ट्रीय जलमार्ग-1 के परियोजना निदेशक प्रवीर पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने किला घाट, सरस्वती घाट, नैनी ओल्ड ब्रिज और सुजावन घाट पर एक-एक फ्लोटिंग टर्मिनल स्थापित किए हैं।
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान सी.एल. कस्तूरबा और सी.एल. कमला क्रूज यात्रियों की सेवा में रहेंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए चटनाग, सिरसा, सीतामढ़ी, विंध्याचल और चुनार में पांच अस्थायी जेटी स्थापित की गई है। पांडेय ने बताया कि इन जहाजों में सुरक्षा के पूरे इंतजाम हैं और दो गोताखोर भी तैनात रहेंगे। अभी तक लोगों को शहर से मेला क्षेत्र में आने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था, लेकिन क्रूज सेवा शुरू होने से लोगों खासकर बुजुर्गों को बहुत सहूलियत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि प्राधिकरण एक जनवरी को इन जहाजों को जिला प्रशासन को सौंप देगा। जिला प्रशासन के कर्मचारियों को पूरा प्रशिक्षण दे दिया जाएगा और वे ही इसका परिचालन करेंगे। परिचालन में प्राधिकरण के लोग भी सहयोग करेंगे। पांडेय ने बताया कि क्रूज का किराया जिला प्रशासन निर्धारित करेगा।
कुंभ की भव्यता व पर्यटकों की सहूलियतों के लिए होगा तकनीक का प्रयोग
उप्र के पर्यटन विभाग ने कुंभ-2019 में पहली बार पर्यटकों को हैलीकॉप्टर से गंगा, संगम और कुंभ का नजारा दिखाने की तैयारी की है। साथ ही किले की दीवार और प्रमुख स्थलों पर लेजर शो दिखाने के लिए विभाग थीम तैयार कर रहा है। कुंभ के दौरान निजी कंपनियों के हेलीकॉप्टर से श्रद्धालु और पर्यटक सामान्य किराए में कुंभ का हवाई सफर कर सकेंगे। डाक विभाग ने कुंभ मेले के सभी बीस सेक्टरों में डाक घर खोलने की योजना का खाका तैयार किया है। इसके तहत इन डाकघरों में कुंभ मेले में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को स्पीड पोस्ट बुक करने, रजिस्ट्री और अकाउंट खोलने की सुविधा दी जाएगी।
रेलवे भी कार्यक्रम को लेकर खास मुस्तैदी दिखा रहा है। रेलकर्मी रेल कुंभ सेवक की भूमिका में नजर आने वाले हैं। उन्हें विशेष रंग की जैकेट से पहचाना जाएगा। अपनी नियमित ड्यूटी के बाद वे लोग परिसर में आने वाले तीर्थ यात्रियों का मार्गदर्शन भी करेंगे। धार्मिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व समझाने के लिए टूरिस्ट वॉक का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने गाइडों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है।
कुंभ की तैयारियों में कोई कमी ना रह जाए इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश भी दिए हैं। अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने भी कुंभ की तैयारियों का जायजा लिया था। कई करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया था।