बलिया: मजदूरी कर पूरे परिवार का पेट पालने वाले एक शख्स की बेटी के खाते में 10 करोड़ रुपये आने से हड़कंप मच गया। मामला बलिया के बांसडीह क्षेत्र के रुकनपुरा गांव का है। किशोरी जब अपनी मां के साथ बैंक पहुंची तो बैंक कर्मचारियों ने खाते में इतनी बड़ी रकम आने की पुष्टि की। बैंक ने किशोरी के खाते से लेनदेन पर रोक लगा दी है। अब किशोरी ने इस संबंध में बांसडीह कोतवाली में गुहार लगाई है और कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
रुकनपुरा के गांव के रहनेवाले सूबेदार साहनी मजदूरी करते हैं। उनकी बेटी सरोज का खाता इलाहाबाद बैंक की बांसडीह शाखा में है। सरोज जब अपने खाते में लेनदेन के क्रम में बैंक ब्रांच पहुंची तो बैंक अधिकारियों ने उसे इस संबंध में जानकारी दी और कहा कि उसके खाते से फिलहाल लेनदेन को लेकर रोक लगा दी गई है। बैंक अधिकारियों ने बताया कि उसके खाते में 9 करोड़ 99 लाख चार हजार सात सौ छत्तीस रुपये हैं। इस जानकारी के बाद सरोज के तो होश उड़ गए। वह आनन-फानन में कोतवाली पहुंची और इस संबंध में उसने शिकायत दर्ज कराई है।
सरोज का कहना है कि इलाहाबाद बैंक में उसने अपना खाता 2018 में खुलवाया था। दो साल पहले कानपुर देहात के ग्राम पाकरा के रहनेवाले निलेश कुमार नाम के शख्स ने उसे फोन कर पीएम आवास दिलाने के नाम पर उससे आधार कार्ड, फोटो आदि उपलब्ध कराने को कहा था। सरोज ने बताए गए पते पर अपना आधार कार्ड, फोटो और अन्य कागजात भेज दिये। कुछ दिनों के बाद उसके पास डाक के जरिए एक एटीएम कार्ड आया। निलेश ने एटीएम भी डाक के जरिए भेज देने को कहा और का पिनकोड की जानकारी भी हासिल कर ली। सरोज ने पुलिस को दिये शिकायती पत्र में अपने खाते से हुए लेनदेन को लेकर पूरी तरह से अनभिज्ञता जताई है। निलेश नाम के शख्स से उसकी जिस मोबाइल नंबर पर बात होती थी वह नंबर स्विच ऑफ बता रहा है। फिलहाल पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है।