फर्रूखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले में एक शातिर अपराधी ने 23 बच्चों को बंधक बना लिया था। अपराधी अपने ऊपर से हत्या समेत तमाम संगीन मुकदमों को खत्म करने की मांग कर रहा था, और ऐसा न होने पर बच्चों को मारने की धमकी दे रहा था। 11 घंटों तक चले इस घटनाक्रम के दौरान न सिर्फ बच्चों के माता-पिता तनाव से गुजर रहे थे, बल्कि प्रशासन के भी माथे पर बल आ गए थे। आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद बच्चों को छुड़ा लिया गया और क्रॉस फायरिंग में आरोपी की भी जान चली गई। आइए, आपको बताते हैं दहशत के उन 11 घंटों की पूरी कहानी:
30/01/2020: दिन के 02:00 बजे
सुभाष बाथम ने अपनी बेटी के जन्मदिन पर आस-पड़ोस के बच्चों को घर बुलाया।
30/01/2020: दिन के 04:00 बजे
सुभाष बाथम के घर पर आयोजित बर्थडे पार्टी में बच्चे पहुंच गए।
30/01/2020: शाम के 05:00 बजे
सुभाष ने छत पर पहुंचकर लोगों को बताया कि उसने बच्चों को बंधक बना लिया है।
30/01/2020: शाम के 05:30 बजे
गांव वालों ने एक व्यक्ति को सुभाष से बात करने के लिए भेजा, लेकिन उसने उसके पैर में गोली मार दी। इसी बीच पुलिस को सूचना दी गई। लगभग 30 मिनट बाद पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई।
30/01/2020: शाम के 06:00 बजे
पुलिस ने सुभाष से बातचीत शुरू की। बातचीत के दौरान ही आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल हुए। इसी दौरान मुहम्मदाबाद थाने के SHO को भी चोट लगी।
30/01/2020: शाम के 06:15 बजे
सुभाष ने घर के अंदर से हथगोला फेंका। उसने तार के जरिए घर के बाहर की दीवार गिरा दी। इस घटना में SHO को काफी चोट लगी।
30/01/2020: शाम के 06:30 बजे
फर्रूखाबाद के डीएम-एसपी मौके पर पहुंचे। सुभाष ने स्थानीय विधायक को बुलाने की मांग की। इसी बीच उसने दोबारा फायर किया।
30/01/2020: शाम के 07:00 बजे
उच्च अधिकारियों को हालात की जानकारी दी गई। आरोपी के पास हथियार होने के चलते खतरे का अंदेशा भी जताया गया।
30/01/2020: शाम के 07:30 बजे
डीजीपी ने एटीएस टीम को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया। इसके अलावा एनएसजी से भी संपर्क किया गया।
30/01/2020: रात के 09:10 बजे
सीएम योगी ने तमाम आला अधिकारियों की बैठक बुलाई। DGP और अडिशनल चीफ सेक्रेटरी एवं प्रिंसिपल सेक्रेटरी (होम) को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए।
30/01/2020: रात के 09:20 बजे
एटीएस की टीम मौके पर पहुंची। घर को घेर लिया गया।
30/01/2020: रात के 09:30 बजे
एटीएस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान स्थानीय पुलिस भी उसके साथ रही।
30/01/2020: रात के 10:00 बजे
पुलिस ने कुछ लोगों के दरिए बातों में सुभाष को फसाया और पीछे के दरवाजे से अंदर दाखिल हुई। इसी दौरान ऑपरेशन में सुभाष मारा गया। उसकी घायल पत्नी को पुलिस ने अस्पताल भेजा जहां डॉक्टरों ने पत्नी को भी मृत घोषित कर दिया। सुभाष की 1 साल की बच्ची को स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षित जगह पहुंचाया।
31/01/2020: रात के 01:00 बजे
फर्रूखाबाद के मोहम्मदाबाद इलाके में स्थित कठरिया गांव रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हुआ। पुलिस ने बताया कि सुभाष के पास इतना गोला-बारूद था कि वह 2 दिन तक पुलिस से मुकाबला कर सकता था। मौके पर 25-30 गोलियां, 1 देसी तमंचा, एक राइफल और बड़ी संख्या में बारूद मिसा। सुभाष ने कई सारे सुतली बम बना रखे थे और वह तहखाने में एक साथ सबको उड़ाने की धमकी दे रहा था। सुभाष को करीब 2 महीने पहले बेल मिली थी। उस पर हत्या और आर्म्स ऐक्ट समेत तमाम मुकदमे थे। आपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण लोग उससे कम बात करते थे। वह अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को खत्म करने की बात कह रहा था।