मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश): केंद्रीय कृषि कानूनों सहित किसानों से जुड़े मुद्दों पर रविवार को होने वाली ‘किसान महापंचायत’ के लिए प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की छह कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो कंपनियां तैनात की जाएंगी। सहारनपुर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) प्रीतिंदर सिंह ने शनिवार को कहा कि कार्यक्रम की वीडियोग्राफी कराई जाएगी जबकि पांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), सात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और 40 पुलिस निरीक्षक सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
वहीं, उत्तर प्रदेश के DGP मुकुल गोयल ने भी कहा कि किसानों की महापंचायत को देखते हुए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं, जिससे लॉ एंड ऑर्डर बना रहे। DGP मुकुल गोयल ने कहा, "मुजफ्फरनगर में कल किसान महापंचायत के मद्देनजर उचित व्यवस्था की गई है ताकि कानून व्यवस्था की कोई समस्या न हो। बैठक में पड़ोसी राज्यों- हरियाणा, पंजाब और उत्तराखंड के किसानों के भी शामिल होने की संभावना है।"
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों सहित किसानों से संबंधित मुद्दों को लेकर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में रविवार को ‘किसान महापंचायत’ आयोजित की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने शुक्रवार को बताया कि ‘किसान मोर्चा’ के बैनर तले ‘महापंचायत’ को सरकारी कॉलेज परिसर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्य सहित देशभर के किसान हिस्सा लेंगे।
बीकेयू के महासचिव और कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान मोर्चा के सदस्य युद्धवीर सिंह ने कहा कि किसान महापंचायत में केंद्रीय कृषि कानून, गन्ना समर्थन मूल्य और बिजली आपूर्ति जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र सहित देश भर के किसान कार्यक्रम में भाग लेंगे।
बीते महीने भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि मुजफ्फरनगर में पांच सितंबर को होने वाली भाकियू की महापंचायत में आर-पार की रणनीति तैयार होगी। 8 अगस्त को राकेश टिकैत ने नोएडा के जेवर क्षेत्र में सबौता अंडर पास के पास आयोजित एक रैली के दौरान अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही थी।