गाजीपुर बॉर्डर. NH-24 के जरिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले दो महीने से किसानों का प्रदर्शन जारी है लेकिन गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद यहां हलचल तेज हो चली है। गुरुवार शाम को यहां सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी गई थी लेकिन बाद में उन्हें हटा दिया गया। गाजियाबाद प्रशासन आंदोलन कर रहे किसानों और राकेश टिकैत को धरना स्थल खाली करने को बोल दिया है जिसके बाद ये सियासत भी तेज है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष औऱ यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने राकेश टिकैत से फोन पर बात की है। इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी।
पढ़ें- दशक का पहला बजट, सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कही बड़ी बात
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि अभी राकेश टिकैत जी से बात करके उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। भाजपा सरकार ने किसान नेताओं को जिस तरह आरोपित व प्रताड़ित किया है, वो पूरा देश देख रहा है। आज तो भाजपा के समर्थक भी शर्म से सिर झुकाए और मुँह छिपाए फिर रहे हैं। आज देश की भावना और सहानुभूति किसानों के साथ है।
पढ़ें- Kisan Andolan की वजह से आज बंद हैं ये रास्ते, घर से निकलने से पहले रखें ध्यान
इससे पहले आज सुबह रालोद के नेता और अजित सिंह के बेटे जयंती चौधरी भी राकेश टिकैत से मिलने पहंचे थे। जयंत चौधरी ने भारतीय किसान यूनियन के धरने का समर्थन करते हुए गुरुवार शाम को ट्वीट किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "अभी चौधरी अजीत सिंह जी ने बीकेयू के अध्यक्ष और प्रवक्ता, नरेश टिकैत जी और राकेश टिकैत जी से बात की है। चौधरी साहब ने संदेश दिया है कि चिंता मत करो, किसान के लिए जीवन मरण का प्रश्न है। सबको एक होना है, साथ रहना है।"