लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की पहली वर्षगांठ के जश्न में आज उसके सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने शिरकत नहीं की और कहा कि मथुरा और काशी से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होगा।
राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार की पहली सालगिरह के जश्न से दूरी बनाये रखने के बारे में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने इस सरकार को बनाने में मदद की और उसकी कमियों को भी बताना हमारा कर्तव्य है....जश्न मनाने से कोई मकसद नहीं हल होगा। मथुरा और काशी में मंदिर बनाने से गरीबों को शिक्षा नहीं मिलेगी, ना ही उन्हें पेंशन मिलेगी।’’
उन्होंने योगी सरकार की पहली वर्षगांठ के बारे में कहा, ‘‘उन्हें जश्न मनाने दीजिए। जब तक राशन कार्ड, आवास, शिक्षा, दवा और अन्य मुद्दों से जुड़े सवालों का जवाब नहीं मिलता, तब तक मैं इसमें हिस्सा नहीं लूंगा।’’
राजभर ने आगाह किया कि अगर ‘बड़ा भाई‘ यानी भाजपा सुभासपा की समस्याओं को नहीं सुलझाएगी तो वह आगामी राज्यसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि राज्यसभा चुनाव के मसले पर उनकी सपा या बसपा से कोई बात नहीं हुई है।
इस बीच, राजभर से कल मुलाकात करने गए प्रदेश की योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुरेश खन्ना ने उनकी शिकायतों के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया। उन्होंने कहा कि हम सरकार के सदस्य हैं और विभिन्न विषयों को लेकर अक्सर मिलते रहते हैं। इसमें नया कुछ भी नहीं है।