लखनऊ: लोकसभा चुनाव की आहट के साथ बार-बार सुर्खियों में आ रहे अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मसले को लेकर भाजपा के रवैये पर विपक्षी दल मोर्चा के संयोजक एवं बहुजन विजय पार्टी (बविपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चंद्र का कहना है कि लगता है कि भाजपा ने भगवान श्रीराम का पेटेंट करवा लिया है, तभी वह इस मुद्दे पर विपक्ष के कुछ भी बोलने पर हत्थे से उखड़ जाती है।
उन्होंने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान का हवाला देते हुए कहा, "एक ओर तो भाजपा मंदिर नहीं बनवा पा रही, दूसरी ओर इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों के बोलने पर भी भाजपा को आपत्ति है।" केशव चंद्र ने कहा कि मौर्य बताएं कि बड़ा हिंदू बनने के लिए कौन-सी जगह आवेदन करना होता है? उन्होंने पूछा कि क्या देश के लोगों को भाजपा से रामभक्त व बड़ा हिंदू होने का प्रमाणपत्र लेना पड़ेगा? उन्होंने आरोप लगाया कि राम मंदिर भाजपा की प्राथमिकता में शामिल है ही नहीं। चुनावों के कारण ये सब नाटक-नौटंकी चल रही है।
बविपा प्रमुख ने कहा कि कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर जैसे मंदिर विरोधी की पार्टी तो भाजपा का सहयोगी दल है। मौर्य बताएं कि ओम प्रकाश राजभर बड़े हिंदू हैं या नहीं? केशव चंद्र ने कहा कि अगर मंदिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ही बनना है तो फिर भाजपा की जरूरत ही क्या है? और अगर सरकार को अध्यादेश लाकर मंदिर बनवाना है तो फिर वह प्रतीक्षा किसकी कर रही है। उन्होंने कहा कि दरअसल, भाजपा की मंशा साफ नहीं है। वह इस मुद्दे पर केवल वोट व नोट बटोरना चाहती है।
उन्होंने कहा कि क्या भाजपा बताएगी कि श्रीराम मंदिर के नाम पर इकठ्ठा हुए अरबों-खरबों रुपये कहां गए? इस पैसे के उपयोग पर भाजपा व उसके सहयोगी संगठनों को श्वेतपत्र निकालना चाहिए। भाजपा आत्मचिंतन करे और देशवासियों को धोखा देने की अपनी पुरानी आदत छोड़े।