लखनऊ. भाजपा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोरोना महामारी के समय योगी आदित्यनाथ से सीख लेने की नसीहत दी है। स्वतंत्र देव सिंह ने केजरीवाल द्वारा दिल्ली में इलाज को लेकर कथित तौर पर बरते जा रहे भेदभावपूर्ण रवैये पर कड़ा एतराज जताते हुए बुधवार को कहा कि केजरीवाल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीख लें और बिना पक्षपात सेवा करें।
उन्होंने कहा, ''आम आदमी पार्टी को जब चुनाव में वोट की जरूरत पड़ती है तो उत्तर प्रदेश, बिहार सहित अन्य राज्यों के मजदूर, श्रमिक समेत सभी लोग उन्हें अपने लगते हैं, लेकिन जब कोरोना संकट में उन्हें इलाज देने की बारी आती है तो केजरीवाल अपनी जिम्मेदारी से मुंह चुराने लगते हैं।''
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि "देश ने केजरीवाल की गैर जिम्मेदराना व संवेदनहीन हरकतों को कुछ समय पहले भी अच्छे से देखा था।"
दिल्ली में रह रहे उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के कामगारों व श्रमिकों को दिल्ली की सीमा पर छोड़कर केजरीवाल सरकार ने अपना अमानवीय चेहरा दिखाया था। उन्होंने कहा कि ऐसे संकट के समय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने लगातार निगरानी कर प्रवासियों को बसों के माध्यम से उनके घरों तक सकुशल पहुंचाते हुए तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने का काम भी किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री को कम से कम इस संकट काल में ही उप्र के मुख्यमंत्री से सीख लेकर दिल्ली की जनता से बगैर पक्षपात किए सेवा करनी चाहिए। दिल्ली को पूरे देश के लोगों ने मिलकर सजाने व संवारने का काम किया है। किसी भी व्यक्ति के लिए कहीं भी स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता उसका संवैधानिक अधिकार है और इस संवैधानिक अधिकार को छीनने का हक दिल्ली के मुख्यमंत्री को बिल्कुल नहीं है। यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है।"
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बिना किसी भेदभाव के मानवता को अपना धर्म मानकर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में राज्य सरकार कोरोना वायरस संक्रमण से पूरी ताकत के साथ लड़ रही है । उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है, जहां कोविड-19 के लिए एक लाख से अधिक बेड तैयार किये गये तथा प्रतिदिन 15 हजार से अधिक जांच की जा रही है । उत्तर प्रदेश में किसी भी मरीज को भर्ती करने से पहले यह नहीं पूछा जाता कि वह किस राज्य से है।