नई दिल्ली: कासगंज हिंसा पर सहारनपुर की एक लेडी अफसर के फेसबुक पोस्ट से नया विवाद छिड़ गया है। डिप्टी डायरेक्टर रश्मि वरुण ने कासगंज में निकाली गई तिरंगा यात्रा और इस दौरान चंदन की मौत को लेकर सवाल खड़े किए हैं। रश्मि वरुण ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है चंदन को केसरी, सफेद और हरे रंग की आड़ लेकर भगवा ने मारा है। रश्मि वरुण सहारनपुर में डिप्टी डायरेक्टर सांख्यिकी के पद पर हैं।
रश्मि वरुण ने अपनी फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा?
ये थी कासगंज की तिरंगा रैली..कोई नई बात नहीं है ये..अम्बेडकर जयंती पर सहारनपुर के सड़क दूधली में भी ऐसी ही रैली निकाली गई थी..जिसमें अम्बेडकर गायब थे या कहिए कि भगवा रंग में विलीन हो गये थे..कासगंज में भी यही हुआ... तिरंगा तो शवासन में रहा...भगवा ध्वज शीर्ष पर...जो लड़का मारा गया, उसे किसी दूसरे तीसरे समुदाय ने नहीं मारा..उसे केसरी, सफेद और हरे रंग की आड़ लेकर भगवा ने खुद मारा....जो नहीं बताया जा रहा वह ये है कि अब्दुल हमीद की मूर्ति पर तिरंगा फहराने की बजाए इस तथाकथित तिरंगा रैली में चलने की जबरदस्ती की गई..और केसरिया, सफेद, हरे और भगवा रंग पर लाल रंग भारी पड़ गया..
रश्मि वरुण
डिप्टी डायरेक्टर (सांख्यिकी), सहारनपुर
बता दें कि 26 जनवरी को उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के कोतवाली इलाके में बिलराम गेट चौराहे पर विश्व हिंदू परिषद और एबीवीपी वर्कर्स बाइक से 'तिरंगा यात्रा' निकाल रहे थे। इस दौरान नारेबाजी को लेकर समुदाय विशेष के लोगों से बहस हो गई। ये बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों तरफ से फायरिंग और पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस फायरिंग चंदन गुप्ता नाम के शख्स की गोली लगने से मौत हो गई।
इसके बाद कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई और यहां पर तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। रविवार (28 जनवरी) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के परिवार वालों को 20 लाख रुपए का मुआवजा देने का एलान किया था।