लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने हर साल सावन के मौसम में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए कमर कस ली है। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए अधिकारियों के साथ पहले ही समीक्षा बैठक की है। वहीं, मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय और पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने भी पिछले दिनों दिल्ली, उत्तराखण्ड, राजस्थान और हरियाणा के शीर्ष पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अंतरराज्यीय समन्वय बैठक की है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी रविवार को मुजफ्फरनगर में थे, जहां उन्होंने अधिकारियों को कांवड़ यात्रा को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के निर्देश दिए। कांवड़ यात्रा भगवान शिव के भक्तों यानी कांवड़ियों की सालाना तीर्थ यात्रा है। वे सावन के महीने उत्तराखण्ड के हरिद्वार, गोमुख और गंगोत्री से, उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों तथा बिहार के सुलतानगंज एवं अन्य जगहों से गंगा जल लाकर उसे शिवलिंग पर अर्पित करते हैं। इस साल यह यात्रा 17 जुलाई को शुरू हो रही है। उत्तर प्रदेश में कांवड़िये अपनी यात्रा के दौरान 25 से ज्यादा जिलों से होकर गुजरते हैं।
पूर्व में इस यात्रा के दौरान बजने वाले डीजे को लेकर काफी विवाद होता रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस साल यात्रा में डीजे पर पाबंदी तो नहीं लगायी है लेकिन फिल्मी गानों के बजाय सिर्फ भजन ही बजाने की ताकीद की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान उत्पन्न होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए तैयार रहें। चूंकि इस साल बकरीद और सावन का आखिरी सोमवार 12 अगस्त को ही पड़ रहा है, लिहाजा अधिकारियों को समुचित सुरक्षा बंदोबस्त करने और अवैध पशु वध रोकने के निर्देश दिए गए हैं।