कानपुर: कानपुर स्थित विकास दुबे के गांव बिकरू में जैसे ही एनकाउंटर में उसके मारे जाने की खबर पहुंची, कई लोगों के चेहरे खिल उठे। इन लोगों ने विकास दुबे के मारे जाने की खुशी में मिठाइयां बांटी। इन लोगों का कहना था कि पूरा इलाका आज इस खबर से खुश है। लोगों को काफी राहत मिली है। लोगों का कहना है कि आतंक के एक युग का अंत हुआ है और लोग काफी खुश हैं।
आज सुबह कानपुर के पास पुलिस एनकाउंटर में गैंगस्टर विकास दुबे मारा गया। विकास को कल मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था। ज्जैन में गिरफ्तार होने के बाद विकास दुबे को कानपुर लेकर आ रही यूपी एसटीएफ का वाहन कानपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसी वाहन में विकास दुबे भी सवार था। वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विकास दुबे ने घायल सिपाहियों से पिस्टल छीनकर फायरिंग की और भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने उसे बार-बार सरेंडर करने को कहा लेकिन वह पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगा। इसी बीच पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। विकास दुबे को अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे बिकरू गांव का ही रहनेवाला था और आसपास के इलाके में उसकी तूती बोलती थी। क्या आम क्या खास, सभी लोग उसके नाम से डरते थे। उसके खौफ का नतीजा ही था कई मामलों में गवाह तक पलट गए और वह कानून के चंगुल से निकल कर बेखौफ घूमा करता था। 2 जून की रात जब सीओ देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम विकास दुबे के घर दबिश के लिए पहुंची तब विकास और उसके साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसायीं। विकास और उसके साथियों ने सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।
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