नई दिल्ली/लखनऊ। कानपुर बिकरु गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हुई हत्याकांड में सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है। तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत तिवारी की भूमिका के जांच के आदेश दिए गए हैं। एडीजी कानपुर जोन जय नारायण सिंह अनंत तिवारी की भूमिका की जांच करेंगे। डिप्टी एसपी की लिखित शिकायत के बावजूद एसएसपी रहे अनंत देव तिवारी ने नहीं की थी निलंबित एसओ विनय तिवारी पर कोई कार्रवाई। डिप्टी एसपी ने पशु तस्कर और रेप आरोपी को छोड़ने की भी एसएसपी से शिकायत की थी। डिप्टी एसपी के लेटर के वायरल होने के बाद मचा पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वर्तमान में अनंत देव तिवारी डीआईजी एसटीएफ हैं।
बता दें कि, सीओ ने विकास दुबे के बारे में मार्च महीने में चिट्ठी लिख कर सब परतें खोल दी थीं। अपने साथी विनय तिवारी की मिलीभगत का भी ज़िक्र किया था। कानपुर शूटआउट का आरोपी विकास दुबे को पकड़ने की कोशिशें जारी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे पर घोषित इनाम की राशि ढाई लाख रुपए कर दी है। विकास दुबे के बारे में कोई सूचना देता है तो उसे ईनाम दिया जाएगा। साथ ही उसका नाम और पता गुप्त रखा जाएगा।