लखनऊ: राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने आज जया बच्चन को एक अच्छा सांसद बताया लेकिन साथ ही कहा कि वह कभी भी बीजेपी सांसद हेमा मालिनी की तरह जननेता नहीं बन सकतीं। इंडिया टीवी संवाद कॉन्क्लेव में सवालों के जवाब देते हुए अमर सिंह ने कहा, ‘जया बच्चन और मेरे बीच नैतिक मतभेद हैं। वह संसद में काफी ज्यादा सक्रिय हैं। वह अपनी फाइल्स को राज्यसभा में ऐसे लेकर जाती हैं जैसे कि कोई बच्चा स्लेट लेकर स्कूल जाता है, और तब तक वहां रहती हैं जब तक कि कार्यवाही खत्म न हो जाए।’
'कभी जननेता नहीं बन सकतीं जया बच्चन'
उन्होंने कहा कि जया बच्चन कभी भी हेमा मालिनी की तरह जननेता नहीं बन सकतीं क्योंकि वह लोगों को पसंद नहीं करती हैं। यदि कोई फोटोग्राफर उनकी फोटो खींचता है तो वह उसका कैमरा छीन लेती हैं। अमर सिंह ने कहा कि यदि किसी शख्स से बदबू आती है तो वह कहती हैं कि इस ‘धोती परसाद’ को मुझसे दूर रखो। अमर सिंह ने कहा, ‘वह एलीट क्लास से संबंध रखती हैं। एक सांसद के तौर पर वह अच्छी हैं, लेकिन एक जननेता के तौर पर नहीं। वहीं दूसरी तरफ हेमा मालिनी को मथुरा में लोगों से मिलना अच्छा लगता है, वह वहां से चुनाव जीती हैं, लेकिन जया बच्चन कभी सपने में भी चुनाव जीतने का नहीं सोच सकतीं।’
'नरेश अग्रवाल से ऐसी ही टिप्पणी की उम्मीद थी'
जया बच्चन के खिलाफ नरेश अग्रवाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अमर सिंह ने कहा कि मुझे उनसे ऐसी ही टिप्पणी की उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसी पार्टी से आए हैं जो महिलाओं के साथ इसी तरह का व्यवहार करती है। अमर सिंह ने कहा, ‘मैं उस पार्टी में दशकों तक राक्षसों के गुरु शुक्राचार्य की तरह था। कल ही सपा नेता आजम खान ने जया प्रदा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की, लेकिन न तो मुलायम सिंह यादव और न ही अखिलेश यादव ने उनके खिलाफ एक शब्द कहा। और जया बच्चन क्यों चुप हैं?’
योगी और मोदी की तारीफ में कही ये बातें
अमर सिंह ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि उनके शासनकाल में एक्साइज डिपार्टमेंट में पिछले दो दशकों से चला आ रहा भ्रष्टाचार खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि केंद्र में मोदी और यूपी में योगी जैसे ईमानदार लोग हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए अमर सिंह ने कहा, ‘उनकी भाभी एक दुकान चलाती हैं, उनके भाई एक लोवर डिविजन क्लर्क हैं, उनकी माताजी एक कमरे में रहती हैं और जब मैं उनके बड़े भाई सोमाभाई से मिला तो उनका एक सरकारी अस्पताल की डॉरमेट्री में इलाज चल रहा था।’
योगी सरकार की आलोचना भी की
हालांकि उन्होंने हाल ही में लखनऊ में आयोजित हुए ग्लोबल बिजनेस समिट में हुई ‘अव्यवस्था’ को लेकर सरकार की आलोचना भी की। उन्होंने कहा, ‘मेरा अनुभव बेहद बुरा था। मुझे VVIP कार्ड पर बुलाया गया था, लेकिन वहां मेरे लिए कोई कुर्सी नहीं थी। जब मैं बाहर निकलने लगा तो आराधना शुक्ला ने मुझे अपनी सीट दी। उद्योगपति कुमारमंगलम बिड़ला से उनका लंच कूपन दिखाने के लिए कहा गया। वे ऐसे लोगों से फूड कूपन मांग रहे थे जिनसे यूपी सरकार हजारों करोड़ निवेश करने की उम्मीद कर रही है। वहां की व्यवस्था बहुत गड़बड़ थी। मुझे नहीं लगता कि बिना MoU साइन हुए वहां एक भी इंडस्ट्री लग पाएगी।’