अमेठी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। दबंगों ने पहले तो दलित ग्राम प्रधान के पति का अपहरण किया, फिर एक मकान के अहाते में उन्हें जिंदा जलाकर फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने कृष्ण कुमार, राजेश मिश्रा, आशुतोष, रविकुमार, संतोष कुमार तिवारी के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने शुक्रवार को बताया, ‘‘कल रात 11.56 बजे घटना के संबंध में जानकारी मिली कि कृष्ण कुमार नामक व्यक्ति के अहाते में बंदोइया की प्रधान छोटका देवी के पति अर्जुन कोरी गंभीर हालत में पड़े हुए हैं। तत्काल पुलिस पहुंची और कोरी को अस्पताल भिजवाया।’’
उन्होंने बताया, ‘‘आज सुबह लखनऊ ले जाते समय उनकी मौत हो गई। परिजनों की तहरीर के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।’’ बाद में जिलाधिकारी अरुण कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने संयुक्त रूप से मीडिया से कहा कि नामजद पांच आरोपियों में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो की तलाश में पुलिस टीम लगी है और उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार की सरकारी सहायता की मांग को देखते हुए पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जा रही है और परिवार की आवश्यक मदद की जाएगी। घटना के संदर्भ में कोरी के बेटे सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उसके पिता बृहस्पतिवार की शाम छह बजे सब्जी खरीदने के लिए बाजार गये थे। जब वह घर नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई और वह कृष्ण कुमार तिवारी नामक व्यक्ति के अहाते में अधजले हुए गंभीर अवस्था में मिले।
सुरेंद्र ने बताया कि गंभीर हालत में कोरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेटुआ ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें सुल्तानपुर भेज दिया। उन्होंने बताया कि इसके बाद वहां के डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ले जाने के लिए कहा और रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
सुरेंद्र ने दावा किया कि मृत्यु से पहले उसके पिता ने चार लोगों के नाम लिये थे और कहा था उन्हें मारने-पीटने के बाद आग लगा दी गयी। उन्होंने रंजिश के चलते हत्या किए जाने का आरोप लगाया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में एफएसएल और सर्विलांस की टीम लगी हैं और निष्पक्ष जांच होगी।