लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कैराना लोकसभा उपचुनाव में दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया। इस सीट पर मृगांका सिंह को राष्ट्रीय लोकदल की उम्मीदवार तबस्सुम बेगम का सामना करना पड़ेगा जिनका विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार बनना तय माना जा रहा है। भाजपा को हाल ही में गोरखपुर और फुलपुर लोकसभा उपचुनाव में भी इसी प्रकार के मुकाबले का सामना करना पड़ा था। भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन के कारण कैराना लोकसभा सीट फरवरी से रिक्त है।
वहीं बिजनौर जिले की नूरपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए भाजपा ने दिवंगत विधायक लोकेन्द्र चौहान की पत्नी अवनी सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने नईमुल हसन को मैदान में उतारा है। गोरखपुर और फुलपुर सीट पर उपचुनाव में भाजपा के पराजित होने के बाद कैराना सीट प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है। कैराना लोकसभा और नुरपुर विधानसभा सीट पर समझा जाता है कि बसपा द्वारा राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी उम्मीदवारों का समर्थन किया जा सकता है। तबस्सुम बेगम सबसे पहले बसपा में थी, उसके बाद वह सपा में आईं और फिर रालोद में शामिल हो गईं। कैराना चुनाव में वह विपक्षी मतों के एकजुट होने को अपने बढ़त का आधार बता रही हैं जबकि मृगांका को अपने पिता की विरासत और भाजपा के मतों पर भरोसा है।
मृगांका सिंह के पिता हुकुम सिंह ने 2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और तबस्सुम बेगम के बेटे नाहिद हसन को हराया था। नाहिद हसन ने 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर कैराना विधानसभा से चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह को हराया था। झारखंड के गोमिया विधानसभा सीट पर भाजपा ने माधव लाल सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जबकि उत्तराखंड के थराली सीट पर पार्टी ने मुन्नी देवी और पश्चिम बंगाल के महेशतला सीट पर सुजीत घोष को उम्मीदवार बनाया है। एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को मंगलवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने अंतिम रूप दिया।