लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक हृदयनारायण दीक्षित का विधानसभा अध्यक्ष बनना लगभग तय है। बुधवार को उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी सहित भाजपा के कई विधायक एवं प्रदेश सरकार के मंत्री भी मौजूद थे।
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हृदयनारायण दीक्षित इस बार उन्नाव के भगवंतनगर से विधायक निर्वाचित हुए हैं। गत 19 मार्च को मुख्यमंत्री योगी के शपथ ग्रहण समारोह में हृदयनारायण दीक्षित को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था। तभी से यह माना जा रहा था कि वह विधानसभा अध्यक्ष बनेंगे। मंगलवार को पार्टी के निर्देश पर हृदयनारायण दीक्षित ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना नामांकन कर दिया। इस पद के लिए दूसरे किसी नेता ने नामांकन नहीं किया है। ऐसे में यह तय है कि दीक्षित ही विधानसभा अध्यक्ष होंगे। इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार को (30 मार्च) को की जाएगी।
हृदयनारायण दीक्षित संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं। सदन में कार्य करने का उनका लंबा अनुभव है। वह चार बार विधायक एवं विधान परिषद सदस्य रह चुके हैं। विधान परिषद में वह भाजपा नेता के रूप में जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। उनकी संगठन में भी खासी पकड़ मानी जाती है। वह उन्नाव में पार्टी के जिलाध्यक्ष रहने के साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता की भी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। दीक्षित साहित्यकार एवं लेखक भी हैं। उनके कई लेख एवं किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। आपातकाल में वह करीब 19 माह तक जेल में रह चुके हैं।
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