नोएडा. कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार कुछ कम होती दिखाई तो दे रही है लेकिन अभी भी ये अपना कहर बरपा रही है। उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पूरे प्रदेश में घूम-घूम के हालातों का जायजा ले रहे हैं और प्रशासन के पेंच कस रहे हैं। सीएम योगी ने आज दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद का दौर किया और यहां प्रशासन के काम काज का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से तीसरी लहर की संभावना पर भी बात की।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीसरी वेव की आशंका व्यक्त की जा रही है, इस पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने अभी से अपनी कार्ययोजना बनानी शुरू की है। प्रशासन से हर जनपद में महिलाओं और बच्चों के लिए एक डेडिकेटेड अस्पताल तैयार करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि 102 की 2,200 एंबुलेंस इमरजेंसी के दौरान महिलाओं और बच्चों के लिए डेडिकेट की गई हैं। आइए आपको बताते हैं कि सीएम योगी द्वारा कही गई बड़ी बातें
- प्रदेश में कोविड-19 मरीजों के लिए 1,500 डेडिकेटेड एंबुलेंस तैनात की गई हैं। साथ ही, हमारे पास 350 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी हैं, जिनका उपयोग इस काम के लिए किया जा रहा है।
- प्रदेश में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन 01 मई से शुरू किया गया था। पहले चरण में 07 जनपद लिए गए थे, जहां एक्टिव केस ज्यादा थे। दूसरे चरण में प्रदेश के सभी नगर निगमों को जोड़ा गया है। कल से तीसरे चरण की वैक्सीनेशन ड्राइव में नगर निगमों के साथ-साथ सभी कमिश्नरी मुख्यालयों में 18+ आयु वर्ग के लिए टीकाकरण प्रारंभ होगा। कल से 23 जनपदों में वैक्सीनेशन की कार्यवाही आगे बढ़ेगी।
- प्रदेश में अब तक 4.50 करोड़ कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। राज्य में L-2 एवं L-3 फैसिलिटी के 80,000 बेड्स मौजूद हैं, जहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
- 02 मार्च, 2020 को जब प्रदेश में पहला केस आया था, तब हमारे पास न टेस्ट की क्षमता थी और न कोई आइसोलेशन बेड था, जहां उपचार करा सकें। भारत सरकार के सहयोग से यूपी सरकार अपने सभी जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक तंत्र एवं सभी संगठनों के साथ मिलकर आज प्रतिदिन 2.50 लाख टेस्ट कर रही है।
- यूपी सरकार ने कोविड-19 की दूसरी वेव को नियंत्रित करने के लिए 'ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट' का एग्रेसिव कैंपेन पूरे प्रदेश में चलाया और आज उसका परिणाम हम सबके सामने है। गौतमबुद्ध नगर में 27 अप्रैल को 10,000 से ज्यादा पॉजिटिव केस आए थे, और आज 400 से कम हैं।