लखनऊ: उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए दर्दनाक हादसे के बाद पूरे उत्तर प्रदेश की बच्चियां खौफजदा हैं। बाराबंकी में सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे पुलिस अधिकारियों के बीच ही छात्रा ने कुछ ऐसे सवाल पूछे जिससे अधिकारी भी कुछ पल के लिए हैरान रह गए कि जवाब क्या दें? बच्ची ने पूछा कि अगर हमने शिकायत की तो क्या गारंटी है कि उन्नाव रेप पीड़िता की तरह ही हमारा भी एक्सीडेंट ना कर दिया जाए?
बाराबंकी के एएसपी से छात्रा के सवाल पूछा
सर जैसा आपने कहा कि हमें डरना नहीं चाहिए और आवाज उठानी चाहिए, प्रोटेस्ट करना चाहिएतो सर मेरा ये सवाल था कि अभी थोड़ी देर पहले लखनऊ में एक 18 साल की लड़की के साथबीजेपी के नेता ने रेप कियावो तो दिखाया गया कि एक्सीडेंट है ये लेकिन सबको पता है कि वो एक्सीडेंट नहीं है और वो तीनों जा रहे थे तो उस कार को ट्रक ने उड़ा दिया और ट्रक के पीछे जो नंबर प्लेट थी वो भी पूरी ब्लैक पेंट थी उसमें नंबर तक नहीं था। तो अगर हमें प्रोटेस्ट करना है तो किसी आम इंसान के खिलाफ हम प्रदर्शन कर सकते हैं
लेकिन अगर कोई नेता है, कोई ऐसा इंसान है, कोई बड़ा इंसान है तो उसके खिलाफ हमलोग कैसे प्रोटेस्ट करें? जबकि ये बात हम जानते हैं कि अगर हमने प्रोटेस्ट किया तो उसपर कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा।
छात्रा ने आगे पूछा कि अगर एक्शन लिया भी गया तो कुछ भी नहीं होगा क्योंकि आपने देखा, हमने देखा कि वो लड़की बहुत गंभीर हालत में हैं और अस्पताल में है और जैसे हमने निर्भया केस देखा, फातिमा केस देखा कि तीन साल की लड़की के साथ हुआ तो हम अगर हम प्रोटेस्ट करते हैं, प्रोटेस्ट करना ठीक है लेकिन अगर हम प्रोटेस्ट करते हैं तो क्या गारंटी है कि हमें इंसाफ मिलेगा? छात्रा ने पूछा कि अगर मेरे साथ ऐसा कुछ होता है और मैं अपने पैरेंट्स से कहती हूं इस बारे में और अगर मैं प्रोटेस्ट भी करती हूं तो क्या गारंटी है कि मैं सुरक्षित रहूंगी क्या गारंटी है कि मेरे साथ कुछ नहीं होगा।
आपको बता दें कि रायबरेली सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हुई उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता और उनके वकील की हालत में कुछ खास सुधार नहीं है। दोनों अभी भी होश में नहीं हैं। पीड़िता अभी भी वेंटीलेटर पर है जबकि उसके वकील को आज भी कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ.संदीप तिवारी ने बुधवार को को बताया, ‘‘पीड़िता के शरीर में कई जगह हड्डियां टूटी हैं, साथ ही सीने में भी चोट है। आज पीड़िता की हालत में बहुत थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता। पीड़िता को अभी तक होश नहीं आया है।''