महाराजगंज (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में सिसवां के डढोली गांव स्थित चर्च में दस अमेरिकियों सहित 150 से अधिक लोगों के प्रार्थना करने पर पुलिस ने रोक लगा दी। दक्षिणपंथी हिन्दू युवा वाहिनी ने शिकायत की थी कि गुड फ्राइडे से पहले यह धर्मान्तरण कराने की कोशिश है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 2002 में गठित वाहिनी ने चर्च के पादरी योहन्नान एडम के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है। उनका आरोप है कि एडम हिन्दुओं का ईसाई धर्म में धर्मान्तरण कर रहे हैं। एडम ने हालांकि इस आरोप से इनकार किया है।
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डढोली थाना प्रभारी आनंद कुमार गुप्ता ने कहा कि इस जमावड़े के लिए पूर्वानुमति नहीं ली गयी थी। हमने शिकायत दर्ज करने के बाद प्रार्थना रोक दी थी। जांच चल रही है और अगर आरोप सही पाये गये तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
डढोली पूर्वी उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में पड़ता है, जो गोरखपुर से सटा है। मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी गोरखपुर से ही पांच बार सांसद रहे। गुप्ता ने कहा कि अकसर प्रार्थना सभा होती है लेकिन इस बार चूंकि विदेशी इसमें शामिल थे इसलिए हिन्दू युवा वाहिनी को शक हुआ कि धर्मान्तरण हो रहा है।
पुलिस ने अमेरिकी पर्यटकों का वीजा और अन्य यात्रा दस्तावेज जांचे तथा उन्हें जाने दिया। वाहिनी नेता कृष्ण नंदन ने कहा, अमेरिकी नागरिकों की मौजूदगी संकेत करती है कि निर्दोष और अनपढ़ हिन्दुओं का धर्मान्तरण किया जा रहा था। धर्म परिवर्तन के लिए उन्हें ईसाई मिशनरियों ने पैसों का लालच दिया है।
नंदन अपने समर्थकों के साथ कल दोपहर प्रार्थना सभा के वक्त चर्च के बाहर मौजूद थे। पुलिस ने जांच का आश्वासन दिया तो वाहिनी के लोग चले गये। एडम ने कहा कि लोग स्वेच्छा से प्रार्थना सभा में शामिल हो रहे हैं। हमने सिर्फ प्रार्थना की है और कुछ नहीं।