लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 जिलों में हॉट स्पॉट्स की पहचान की है। इन हॉट स्पॉट्स वाले इलाकों को आज रात 12 बजे से 15 अप्रैल की सुबह तक पूरी तरह से सील किया जाएगा। हालांकि, बाकि सभी जगहों पर सामान्य लॉकडाउन, जैसा अभी तक चल रहा है वैसा ही लागू रहेगा। राज्य के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने इसकी जानकारी दी।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि आगरा में 12, गाजियाबाद में 13, लखनऊ में 12 (8 बड़े और 4 छोटे हॉट स्पॉट), गौतमबुद्ध नगर में 12, कानपुर में 12, वाराणसी में 4, शामली में 3, मेरठ में 7, बरेली में 1, बुलन्दशहर में 3, बस्ती में 3, फिरोजाबाद में 3, सहरानपुर में 4, महराजगंज में 2 और सीतापुर में 1 हॉट स्पॉट की पहचान की गई है। इन्हें रात 12 बजे से सील किया जाएगा।
वहीं, उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि 'इन हॉट स्पॉट्स को पूरी तरह से सेनीटाइज़ किया जाएगा और जैसे कर्फ्यू में होता है वैसे ही इन हॉट स्पॉट्स वाले इलाकों में व्यवस्था रहेगी। इसके अवाला उन्होंने लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कहा कि जरूरी सामानों की सप्लाई घर में ही की जाएगी। यह व्यवस्था सरकार की अगली सूचना तक जारी रहेगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा, '4-5 दिन में कोरोना प्रभावितों की संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। 343 से अधिक मामले प्रदेश में संक्रमित हैं और लगभग 165 लोग केवल तबलीगी जमात के हैं। पहले काफी हद तक कंट्रोल था लेकिन तबलीगी जमात के मामले सामने आने से संख्या बढ़ी है। जिन 15 जिलों में वायरस बढ़ा है वहां पर (चिन्हित हॉट स्पॉट्स) पूरी तरह से सील करने के निर्देश दिए गए हैं।'
उन्होंने कहा कि लोगों को घर से बाहर निकलकर दुकानों या मंडी में आने की अनुमति नहीं होगी। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रत्येक घर की जांच की जाएगी और उसे सैनेटाइज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जितने भी पॉजिटिव लोग सामने आए हैं उनके कॉटैक्ट में आए लोगों को भी आइसोलेट किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा, 'तबलीगी जमात के प्रदेश में आए लोगों की लगभग सभी की सूचना पुलिस को उपलब्ध हैं। कुछ लोगों ने खुद अपनी जानकारी दी है लेकिन जो सामने नहीं आए हैं उनको तलाश करके उनकी पहचान की जा रही है और लगभग सभी की जांच हो चुकी है और अब उनके जो कॉटेक्ट हैं उनकी पहचान करके उनकी जांच की जा रही है।'
उन्होंने आगे कहा, 'स्वास्थ्य विभाग के लोग हों या पुलिस विभाग के लोग या फिर कोरोना से लड़ाई में शामिल आम नागरिक ही क्यों न हो, उसके साथ अभद्रता निंदनीय है और आपराधिक कार्रवाई है। उसके किसी काम में वाधा पहुंचाना गंभीर अपराथ है, इसमें जो भी लोग वाधा पहुंचा रहे हैं उनके खिलाफ कानून में जो कठिन से कठिन कार्रवाई हो सकती है वह की जा रही है। निश्चित रूप से तबलीगी जमात की यह बहुत बड़ी लापरवाही है और यह एक जांच का विषय है।'