नोएडा: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हालात बेहद गंभीर हो गए है। पुलिस के रवैये की कड़ी आलोचना हो रही है। मीडिया को वहां गांव में रिपोर्टिंग से रोक दिया गया है। पुलिस का कहना है कि एसआईटी की जांच पूरी होने तक मीडिया को गांव में जाने की अनुमति नहीं होगी। गांव वालों को भी पुलिस बिना आईकार्ड के गांव में अंदर आने नही दे रही है। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि आखिर प्रशानस क्या छुपा रहा है? पुलिस पर आरोप है कि जब एसआईटी अंदर नही है तो क्यों गांव की किलेबंदी की गई है। आखिर पीड़ित पक्ष मीडिया से बात करेगा जो उनका बयान है वह देश जान पाएगा तो क्या हो जाएगा जिसे हाथरस पुलिस छुपाने की कोशिश कर रही है।
जबतक न्याय नहीं मिलता है तबतक आंदोलन करेंगे- प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का भी इस मामले पर बयान जारी किया है। उन्होनें कहा है कि जो इस लड़की के साथ हुआ है, और आज भी जो हो रहा है, उसके खिलाफ देश के सभी महिला पुरुष की आवाज उठानी चाहिए। आपको और उनके परिवार को कभी नहीं लगाना चाहिए कि अकेले नहीं हैं हम आपके साथ है। प्रियंका गांधी ने कहा कि पीड़िता को सम्मानजनक अंतिम संस्कार भी नही मिल सका.... जबतक न्याय नहीं मिलता है तबतक आंदोलन करेंगे।
हाथरस पीड़िता के भाई ने इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा है कि उनके परिवार पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्हें फोन टैपिंग और सर्विलांस की भी आशंका है। पीड़िता के घर पर भारी पहरा है और फोन की निगरानी हो रही है। इंडिया टीवी संवाददाता दीक्षा पांडेय ने पीड़िता के भाई से बात की है। इंडिया टीवी से भाई ने कहा कि सिक्योरिटी के नाम पर पुलिस उनके घर की निगरानी कर रही है। घर के बाहर वर्दीवालों का जमावड़ा है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एडीएम बार-बार पूछ रहे हैं कि आखिर घर में से वीडियो कौन बनाकर भेज रहा है। भाई ने परिवार के फोन रिकॉर्ड होने की भी आशंका जताई है।
जब रिपोर्टर दीक्षा पांडे ने यह पूछा कि क्या आपलोगों पर परिवार पर निगरानी रखी जा रही है.. फोन चेक हो रहा है तो पीड़िता के भाई ने कहा कि मैम, फोन तो हम चेक नहीं करने देंगे... लेकिन निगरानी बहुत तगड़ी रखी जा रही है, सुबह 6 बजे से पुलिस घर में घुसकर आ जाती है, मेन गेट पर खड़ी हो जाती है... बाहर दरवाजे पर, छत पर आकर बैठ जाते हैं... ये निगरानी नहीं है तो और क्या है... कहते हैं हमारी सिक्योरिटी के लिए, लेकिन सिक्योरिटी है तो घर के आसपास रहो ना, घर में घुसने की क्या जरूरत है इनको...।