उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंग रेप की शिकार युवती का मंगलवार देर रात भारी विवाद के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया। तनाव को देखते हुए युवती के परिवारजनों के बिना ही रात 2.45 बजे अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दें कि गंभीर हालत में करीब 15 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद पीड़िता ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया था। युवती के साथ गांव के कई लोगों द्वारा रेप करने आरोप है। पुलिस इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली से करीब रात 12 बजे पुलिस की टीम युवती का शव लेकर उसके गांव हाथरस के बुल गढ़ी पहुंची। युवती का शव पहुंचते ही पूरा गांव उमड़ पड़ा। पुलिस युवती के शव को सीधे श्मशान भूमि ले जाना चाहती थी। लेकिन गांव की महिलाओं ने एंबुलेंस का रास्ता रोक लिया। इस बीच पुलिस और परिवार के लोगों में नोकझोंक भी हुई। बाद में पुलिस दूसरे रास्ते से शव को श्मशान भूमि ले गई।
एक बार चेहरा तो देख लेने दो
जब पुलिस गांव पहुंची तो महिलाओं ने शव को देखने की मांग करते हुए रास्ता रोक लिया। महिलाएं कह रही थीं एक बार बिटिया का चेहरा तो देख लेने दो। इस बीच गांव वालों ने पुलिस का घेराव भी शुरू कर दिया और पुलिस के साथ कहासुनी भी शुरू हो गई। इस बीच जिले के एसपी और डीएम भी मौके पर पहुंचे और गांव वालों को समझाने का प्रयास किया।
परिवारों वालों के बिना अंतिम संस्कार
गांव वाले मांग कर रहे थे कि शव का अंतिम संस्कार सुबह किया जाए। लेकिन स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन ने रात में ही शव का क्रियाकर्म करने का निर्णय लिया। इसके बाद रात करीब 2.45 बजे बिना किसी परिवार वाले की मौजूदगी के युवती का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
दिल्ली के अस्पताल में मौत
हाथरस में जिस 19 वर्षीय य़ुवती के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था उसकी मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। महिला के भाई ने मौत की पुष्टि की। महिला के साथ 14 सितंबर, 2020 को हाथरस में गैंगरेप हुआ था।
14 सितंबर को हुआ था रेप
हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि पीड़िता को घटना के बाद अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, सोमवार सुबह उसकी हालत गंभीर होने के कारण इलाज के लिये उसे दिल्ली भेजा गया था। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार लड़की जीवन रक्षक प्रणाली पर थी।
रीढ़ की हड्डी टूटी जुबान कट गई
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि था कि वारदात के दौरान लड़की का गला भी दबाया गया था जिससे उसकी जुबान बाहर आ गयी थी और कट गयी थी। लड़की की हालत काफी गंभीर थी इस कारण उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लवकुश और रवि नामक युवकों ने उससे दुष्कर्म किया था। उन्होंने कहा कि वारदात के दौरान विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला भी दबाया गया था।