नई दिल्ली/हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय एक दलित लड़की से कथित गैंगरेप और मर्डर के मामले में सीबीआई ने घटनास्थल से मिट्टी, खेत में मिले सूखे वनस्पति पदार्थ के नमूने इकट्ठा किए हैं। इसके साथ ही चार आरोपियों की ब्रेन मैपिंग की गई है। CBI दो महीने से अधिक समय से जांच में जुटी हुई है। इस बीच एजेंसी ने 18 दिसंबर को हाथरस की एक स्थानीय अदालत में चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। चार्जशीट में CBI ने कहा है कि जांच के दौरान उसने मिट्टी, सूखे वनस्पति पदार्थ, जिसमें बाजरे के कण शामिल हैं, इसे अपराध स्थल से एकत्रित किया है, जहां 14 सितंबर को घटना घटित हुई थी।
आरोपियों का हुआ है पॉलीग्राफ टेस्ट
नमूनों का विश्लेषण नई दिल्ली में केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) के विशेषज्ञों द्वारा किया गया है। एजेंसी की ओर से दाखिल चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि उसने फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और CFSL विशेषज्ञों द्वारा 4 अभियुक्तों और अन्य के वॉयस विश्लेषण भी कराया है। चार्जशीट दाखिल करने के 8 दिन पहले ही CBI ने 10 दिसंबर को गुजरात के गांधीनगर में फॉरेंसिक साइंस निदेशालय में 4 आरोपियों के ब्रेन इलेक्ट्रिकल ओक्सीलेशन सिग्नेचर (BEOS) और पॉलीग्राफ टेस्ट भी करवाए। CBI ने कहा कि उसने अदालत के समक्ष CFSL की रिपोर्ट प्रस्तुत की है। एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि परिणाम क्या हैं, लेकिन इसका जांच में महत्व हो सकता है।
29 सितंबर को हुई थी युवती की मौत
इस साल 14 सितंबर को हाथरस में 4 लोगों ने कथित तौर पर दलित युवती के साथ गैंगरेप किया और बेरहमी से पिटाई की। इलाज के दौरान 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में युवती की मौत हो गई। मामले को पहले नजरअंदाज किए जाने और फिर लड़की की मौत के बाद परिवार की मंजूरी लिए बिना डीएम के आदेश पर रात में पुलिस द्वारा उसका दाह संस्कार कर दिए जाने से पूरे देश में गुस्सा फैल गया था। योगी आदित्यनाथ सरकार को इस मामले की जांच के लिए बाद में मामला CBI को सौंपे जाने की सिफारिश करनी पड़ी। CBI ने संदीप सिसोदिया, लवकुश, रवि और रामू के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। (IANS)