लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग के पदाधिकारियों ने तय किया है कि राज्य में भाजपा नीत सरकार की ‘तानाशाही’ से पीडित लोगों को नि:शुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यह फैसला उप्र कांग्रेस विधि विभाग के प्रमुख अधिवक्ता नितिन मिश्रा की अध्यक्षता में यहां शनिवार को संपन्न हुई बैठक में किया गया।
विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष सारिम नवेद ने बताया ''प्रदेश की वर्तमान ‘तानाशाह’ भाजपा सरकार के विरूद्ध विधि विभाग के अधिवक्ता पीडितों की नि:शुल्क मदद करेंगे।'' इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस विधि विभाग के राष्ट्रीय संयोजक वैभव श्रीवास्तव भी मौजूद थे। सारिम नवेद ने बताया, ''बैठक में विधि विभाग के पुर्नगठन, विस्तार व वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति व चुनाव में प्रदेश के अधिवक्ताओं के योगदान आदि मुद्दों को लेकर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।''
जहां-जहां अन्याय होगा, हम वहां जाएंगे- प्रियंका गांधी
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने शनिवार की शाम हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से बंद कमरे में बातचीत की। बताया जा रहा है कि कमरे के अंदर पीड़िता की मां, पिता और भाई मौजूद रहे। कमरे में दाखिल होने के बाद प्रियंका गांधी ने पीड़िता की मां को गले लगाया। लगभग घंटे भर चली मुलाकात के बाद दोनों ने बाहर आकर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि तब तक पीड़ित परिवा को न्याय नहीं मिलता, उनकी लड़ाई जारी रहेगी। पीड़ित परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि परिवार अंतिम समय अपनी बेटी का चेहरा तक नहीं देख सका। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होना चाहिए। पीड़ित परिवार को जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी, जहां-जहां अन्याय होगा, हम वहां जाएंगे। मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा, हम इस दुख में पीड़ित परिवार के साथ हैं। सरकार इन्हें डरा रही है, धमका रही है। इन्हें सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। सुरक्षा देने में यूपी सरकार फेल रही है। इन्हें धमका कर कागजों पर दस्तखत करवाए गए हैं।
सीएम ने दिया सीबीआई जांच का आदेश
इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्पूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए हैं। अब ये आदेश सेंटर को भेजा जाएगा फिर सेंटर सीबीआई जांच का नोटीफिकेशन जारी करेगा। सरकार चाहेगी तो अगले एक-दो दिन में नोटीफिकेशन जारी करा सकती है। फिर सीबीआई रिरजिस्टर करेगी एफआईआर यूपी पुलिस की, फिर सीबीआई का काम शुरू होगा। सीबीआई को नोटिफिकेशन जारी होने का इंतजार हैं। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद सीबीआई केस रजिस्टर करेगी। जरूरत पड़ने पर केस से जुड़े सभी कारदारों, आरोपियों और पीड़ित परिवार का नार्को टेस्ट भी करा सकती है सीबीआई टीम। ये सब आगे का प्रोसेस है।
14 सितंबर को हुई थी खौफनाक वारदात
गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में 4 युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर गैंगरेप किया था। मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया। बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि ‘परिवार की इच्छा के मुताबिक’ अंतिम संस्कार किया गया।