हाथरस. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल रविवार को हाथरस के बुलगड़ी गांव पहुंचकर पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचा। लेकिन गांव से 1 किलोमीटर दूर मुख्य सड़क पर पुलिस द्वारा समाजवादी कार्यकतार्ओं पर बल प्रयोग हुआ। वहीं सवर्ण समाज के लोगों के ऊपर भी लाठीचार्ज किया गया। कुछ देर के लिए हालात ऐसे हो गए कि दोनों पक्ष आमने सामने आ गए जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया।
इस प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजी लाल सुमन, पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव और अन्य सदस्य शामिल थे। सभी ने गांव के अंदर जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। जॉइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीना ने IANS को बताया, आदेशानुसार 5 लोगों की ही इजाजत है, सिर्फ उन्हें ही परिवार से मिलने की इजाजत देंगे। अन्यथा कार्यकताओं को जाने की इजाजत नहीं होगी और किसी तरह का उपद्रव करने की कोशिश करेंगे तो हम उससे निपटने के लिए तैयार हैं।
धमेंद्र यादव ने IANS को बताया कि परिवार बहुत असन्तुष्ट है बहुत दर्द में है और बहुत परेशानी में है। एक तो उनके परिवार की बेटी चली गई है वहीं प्रशासन द्वारा जितना अत्यचार होना था वो हुआ, बेटी के इलाज में लापरवाही हुई, बेटी की पोस्टमार्टम में देरी हुई। मामले ने अब जातीय संघर्ष का भी रूप ले लिया है। गांव के बाहर विवाद जैसी स्थिति पैदा हो गई है, एक तरफ सवर्ण समाज के लोग आरोपियों को रिहा करो के नारे और जांच की मांग कर रहे थे, वहीं 200 मीटर के दायरे में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी नारे लगाते नजर आए।